उदय सूर्य को अर्घ्य देकर भक्तों ने मांगी सुख शांति
अमृतसर छठ पूजा के दौरान बुधवार सुबह करीब तीन बजे ही भक्तों की भीड़ श्री दुग्र्याणा तीर्थ में उमड़नी शुरू हो गई।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
छठ पूजा के दौरान बुधवार सुबह करीब तीन बजे ही भक्तों की भीड़ श्री दुग्र्याणा तीर्थ में उमड़नी शुरू हो गई। पवित्र सरोवर के किनारे बैठकर भक्तों ने भगवान सूर्यदेव के निकलने का इंतजार किया और सर्द हवाओं की भी परवाह नहीं की। वे तीर्थ परिसर के सरोवर के किनारों पर दीप प्रज्जवलित करके पूजा अर्चना करते दिखाई दे रहे थे। रात के समय सरोवर के आसपास का नजारा ऐसा दिखाई दे रहा था जैसे दीयों की रोशनी से श्री दुग्र्याणा तीर्थ जगमगा रहा हो। जय छठी मईया की, भगवान सूर्य की जय हो के जयघोष के साथ भक्तों ने सर्द हवाओं के बीच ही पवित्र सरोवर के जल में खड़े होकर हाथ जोड़कर प्रभु की आराधना करके परिवार की सुख शांति मांगी।
राम अवतार निवासी बटाला रोड पत्नी चंद्रकला समेत सुबह तीन बजे ही श्री दुग्र्याणा तीर्थ पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि सूर्य उदय होते मन के भीतर एक नई ऊर्जा छठ पूजा के लिए मिलती है। यह पर्व परिवार की सुख शांति के लिए सदियों से चला आ रहा है जिसके साथ कई धार्मिक बातें जुड़ी हुई है।
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श्री दुग्र्याणा कमेटी के प्रबंधों की प्रशंसा
छठ पूजा के दौरान श्री दुग्र्याणा कमेटी की ओर से तीर्थ परिसर में किए गए प्रबंधों की पूजा करने आए भक्तों ने प्रशंसा की। बिहार विकास मंच के रामअवतार ने बताया कि श्री दुग्र्याणा कमेटी ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे वहीं भक्तों की सुविधा के लिए भी सभी प्रबंध किए गए थे। श्री दुग्र्याणा कमेटी के प्रधान रमेश शर्मा ने कहा कि छठ पूजा के दौरान भक्तों के लिए चाय पानी का विशेष प्रबंध किया गया था।