32 सेल्फ स्मार्ट स्कूल के साथ ब्लॉक अमृतसर-2 अव्वल
सरकारी स्कूलों की बदहाल इमारतें स्टाफ की कमी व बुरे वार्षिक परीक्षा परिणामों के दिन अब लदने लगे हैं।
अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर
सरकारी स्कूलों की बदहाल इमारतें, स्टाफ की कमी व बुरे वार्षिक परीक्षा परिणामों के दिन अब लदने लगे हैं। सरकार न सही अध्यापकों ने क्वालिटी एजुकेशन मुहैया करवाने के साथ-साथ बच्चों को बढि़या मूलभूत ढांचा प्रदान करने के लिए समाज सेवी संस्थाओं के साथ मिल कर कदम ऐसा उठाया कि स्कूल की दरो-दीवार रंग-रोगन से चमक उठी।
गुरु नगरी के प्राइमरी स्कूल सेल्फ मेड स्मार्ट स्कूल की श्रेणी में आ गए। ब्लाक अमृतसर-2 के बारे में कहा जाए तो यहां पर स्थिति में शानदार परिवर्तन हुआ है। इस ब्लाक में 51 प्राइमरी स्कूल हैं, जिसमें 32 सेल्फ मेड स्मार्ट हो गए हैं। हालांकि सरकार ने कुछेक स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए ग्रांट जारी करनी थी, लेकिन सरकार की देरी को देखते हुए अध्यापकों ने खुद से स्कूल के भवन को भव्य रूप दे दिया। इन स्कूलों को देखकर ऐसा बिलकुल नहंी लगता कि यह निजी स्कूलों से किसी भी हालत में कमतर हैं।
अमृतसर-2 के एलिमेंट्री स्कूल दूसरों के लिए मिसाल : डीईओ
डीईओ एलिमेंट्री जुगराज रंधावा ने कहा कि ब्लॉक अमृतसर-2 के एलिमेंट्री स्मार्ट स्कूल दूसरों के लिए मिसाल है। दूसरे ब्लॉकों को भी ऐसा अनुसरण कर सेल्फ मेड स्मार्ट स्कूल बनाना चाहिए। समाज सेवी संस्थाओं से मदद लेने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जा सकती है, जिसमें अध्यापक सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।
अध्यापकों की कड़ी मेहनत का नतीजा : बीईओ
बीईओ-अमृतसर टू चंद्र प्रकाश ने कहा कि उनके ब्लाक के सेल्फ स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए अध्यापकों ने कड़ी मेहनत की है। यह सारा श्रेय अध्यापकों की मेहनत को जाता है। ब्लॉक में स्थित सेल्फ मेड स्मार्ट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के अनुकूल वातावरण मिल रहा है। स्मार्ट सिटी के 100 स्कूल स्मार्ट बनाने के लिए सरकार बाकायदा ग्रांट भी जारी कर रही है।
जिले के कुल 67 प्राइमरी स्कूल बने सेल्फ मेड स्मार्ट
अमृतसर-1 4
अमृतसर-2 32
अमृतसर-3 3
अमृतसर-4 5
अजनाला-1 2
अजनाला-2 3
चुगावां-1 3
चुगावां-2 4
जंडियाला गुरु 6
मजीठा-1 7
मजीठा-2 2
रइया-1 5
रइया-2 5
तरसिक्का 2
वेरका 4