ग्रेनेड हमले उपरांत मुख्यमंत्री कर आमाद तक ही सिमित रही सुरक्षा व्यवस्था
अजनाला रविवार को निरंकारी भवन अदलीवाल में हुए ग्रेनेड हमले के उपरांत सोमवार को बाद दोपहर मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह की आमद तक ही राजासंसी अदलीवाल मार्ग पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था सीमित रही।
संवाद सहयोगी, अजनाला
रविवार को निरंकारी भवन अदलीवाल में हुए ग्रेनेड हमले के उपरांत सोमवार को बाद दोपहर मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह की आमद तक ही राजासंसी अदलीवाल मार्ग पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था सीमित रही। जबकि मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह द्वारा गांव अदलीवाल के संत निरंकारी भवन में हुए आंतकी हमले का नीरिक्षण करने तक सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौकस थी। लेकिन मुख्यमंत्री के वापिस जाते ही उसी समय इमरजेंसी ड्यूटी पर आए पुलिस जिला अमृतसर देहती के सभी पुलिस मुलाजिम वापिस चले गए थे। दैनिक जागरण द्वारा बाद दोपहर जब घटना स्थल का नीरिक्षण किया तो कसबा राजासांसी का वह मेन चौंक जहां से गांव अदलीवाल को रास्ता जाता है, बिना सुरक्षा के था। वहां पर एक भी पुलिस मुलाजिम तैनात नही था। वहीं राजासंसी से गांव अदलीवाल को जाते रास्ते जहां पर आंतकी हमले का शिकार हुआ निरंकारी भवन है एक भी पुलिस मुलाजिम तैनात नही था। ग्रेनेड हमले का शिकार हुए संत निरंकारी भवन के समक्ष जब दैनिक जागरण की टीम पहुंची तो देखा कि गेट के सामने खेतों में बैठे हुए थे। ¨नरकारी भवन का मुख्य दरवाजा आज भी बंद दिखा। जबकि छोटा दरवाजा खुला हुआ था। छोट दरवाजे के अंदर कुछ कुछ पुलिस अधिकारी कर्मचारी बैठे हुए दिखाई दिए।
क्या मुख्यमंत्री की आमद तक ही थी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
ऐसे में एक सवाल यह भी खड़ा होता है कि क्या ग्रेनेड हमले के उपरांत मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह की आमद तक ही सीमित पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी। क्योंकि तब तक तो इस रास्ते से अपने घरों को जाने वाले स्कूली बच्चों व अन्य लोगों को भी गांव के बाहरी तरफ खेतों से होकर गुजरना था। यहां तक कि इस रूट को जाती बसों व अन्य वाहनों के रूट तक बदल दिए गए थे।
सुरक्षा के मद्देनजर आज भी गेट रखा बंद : एसएसपी
वहीं इस संबंध में पुलिस जिला अमृतसर देहाती के एसएसपी परमपाल ¨सह ने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर आज भी निरंकारी भवन का गेट तीसरे दिन भी बंद रखा गया था। सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी भी तैनात थे।