आफताब ने गरीबी से उठकर छुआ संगीत का आसमां
पंजाब के फरीदकोट निवासी आफताब सिंह महज अपनी 11 साल की आयु में ही राइजिंग स्टार-3 के विजेता बन गया है।
हरदीप रंधावा, अमृतसर
समाज में हरेक बच्चा अपने मां-बाप के लिए कुछ न कुछ ऐसा करना चाहता है, जिससे उसके मां-बाप का नाम रोशन हो सके। पंजाब के फरीदकोट निवासी आफताब सिंह ने महज अपनी 11 साल की आयु में ही राइजिंग स्टार-3 के विजेता बन अपने मां-बाप का नाम विश्व स्तर पर गायकी के क्षेत्र में रोशन कर दिया है। आफताब फरीदकोट जाने के लिए मंगलवार को अमृतसर एयरपोरर्ट पहुंचे। 'दैनिक जागरण' से बातचीत मे आफताब सिंह ने बताया कि गायकी की गुड़ती उन्हें परिवार से ही मिली है। उनके पिता महेश सिंह भी गायक हैं। इस मौके पर उनके साथ गांव के रमनीत सिंह व रमनदीप सिंह आदि मौजूद थे।
महापुरुषों का कहना था कि बच्चा गायक बनेगा
आफताब सिंह के पिता महेश सिंह का कहना है कि उनके बेटे ने अपनी गायकी के दम पर परिवार के साथ-साथ गांव व पंजाब का नाम भी रोशन किया है। आफताब के अलावा उनका एक और बेटा व बेटी हैं, जो गायकी में ही मेहनत करके अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। आफताब अपने भाई व बहन में सबसे छोटा है, जिसके जन्म पर उनके महापुरुषों ने कहा था कि बच्चा एक दिन गायक बनेगा। उनके कहे हुए बोल आज आफताब सिंह ने सच्चे कर दिखाए हैं।
सारेगामापा के टॉप-5 में बनाई पहचान
साल-2017 में आफताब सिंह ने नौ साल की आयु में सारेगामापा के मंच पर अपनी गायकी से निर्णायकों सहित दर्शकों को मंत्रमुग्ध करते हुए टॉप-5 तक पंहुच अपनी धाक जमाई थी। तभी उसके पिता ने फैसला किया कि वह आफताब के लिए एक घर खरीदेंगे। इसके लिए उन्होंने तीन लाख रुपये का कर्ज भी उठाया था। सारेगामापा के टॉप-5 में आने के बाद आफताब सिंह की अपनी पहचान बन गई और उसने अपना लक्ष्य भी निर्धारित कर लिया था, जिसका सबूत आज सबके सामने है।
आफताब सिंह उतारेगा अपने पिता का कर्ज
आफताब सिंह का कहना है कि उनके पिता महेश ने अपनी खुशियों को त्याग कर अपने बेटे के लिए जो कुछ किया है, उसे भुलाना आसान नहीं है। राइजिग स्टार-3 से मिलने वाले पैसे से वह अपने परिवार का कर्ज चुकाएगा। राइजिग स्टार-3 में उन्हें महज यू-ट्यूब पर सुनते ही शो में आने का न्योता दे दिया गया था। वह सभी प्रतिभागियों में से छोटा प्रतिभागी है।
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