अध्यापकों के लिए सातवां वेतन आयोग लागू करने की मांग को टाल गए सीएम
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही रोजगार के अवसर मुहैया करवाती है।
हरदीप रंधावा, अमृतसर: गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) में संविधान रचयिता डा. भीम राव आंबेडकर सहित संत कबीर, भाई जैता-भाई जीवन सिंह, मक्खन शाह लुबाना व भगवान वाल्मीकि चेयरों के रस्मी उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही रोजगार के अवसर मुहैया करवाती है। चन्नी ने राज्य में अधिक फीस को घटाने संबंधी जीएनडीयू को सलाह जरूर दी। चन्नी ने कहा कि जीएनडीयू फीस मामले में अन्य यूनवर्सिटियों वाला पैमाना अपनाती है, तो उसका बाकी सारा ही खर्च पंजाब सरकार उठाएगी। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से जीएनडीयू को सौ करोड़ रुपये की ग्रांट देने की मांग पर तुरंत घोषणा न करते हुए पंजाब सरकार के साथ विशेष बैठक का आमंत्रण दिया है। राज्य भर में अध्यापकों द्वारा सातवें वेतन आयोग को लागू करने संबंधी पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने भले ही उनकी मांग मानते हुए उन्हें मनाने की वकालत की। पर मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की तर्ज पर जीएनडीयू को ग्रांट देने का आश्वासन देकर अपना भाषण संपन्न कर दिया। जीएनडीयू के वाइस चांसलर (वीसी) प्रोफेसर डा. जसपाल सिंह संधू ने भी इसके हल की मांग रखी, मगर चन्नी ने ध्यान नहीं दिया। इस दौरान चन्नी ने कहा कि हाल ही में संसार को अलविदा कहने वाले गायिका गुरमीत बावा के साथ-साथ शहर के मरहूम गायकों को समर्पित एक संगीत अकादमी बनाई जाएगी। इससे पहले जीएनडीयू में पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रधान व विधायक नवजोत सिंह सिद्धू को जीएनडीयू के वाइस चांसलर (वीसी) डा. जसपाल सिंह संधू ने विशेष तौर पर सम्मानित किया। उन्होंने चन्नी व सिद्धू के साथ-साथ सभी मेहमानों को पंजाबी सभ्याचार की प्रतीक फुलकारी देकर सम्मानित किया। जीएनडीयू में अस्थाई तौर पर काम करने वाले सफाई सेवकों, मालियों के साथ-साथ इलेक्ट्रिकल काम करने वाले नौकरी से निकाले गए लोगों ने मुख्यमंत्री को अपना ज्ञापन सौंपना चाहा, मगर सिक्योरिटी ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने ही नहीं दिया। जीएनडीयू को आर्थिक नुक्सान से निकालने के लिए मदद की अपील
विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जीएनडीयू को आर्थिक नुक्सान से निकालने के लिए आर्थिक मदद देने के लिए विशेष मांग उठाई। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी के नाम पर बनी यूनिवर्सिटी का युवा वर्ग बाबा को मानता है, मगर उनकी शिक्षाओं को मुकम्मल तौर पर नहीं मानता है। उन्होंने कहा कि जिन शख्सियतों के नाम पर जीएनडीयू में चेयर्स स्थापित की गई हैं, वो एक संस्था सरूप थे और एक किरदार के साथ ही भरोसा बनता है। जीएनडीएच को एम्स में तबदील करने की औजला ने रखी मांग
सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि जीएनडीयू के प्रयासों के साथ-साथ पंजाब सरकार की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि गुरु नानक देव अस्पताल एम्स में तबदील होना चाहिए, जिसके लिए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी केंद्र सरकार को लिखें। उन्होंने जीएनडीयू के सिथटेक्सि एथलेटिक्स ट्रैक व टैक्सटाइल कालेज के साथ-साथ बार्डर एरिया होने पर विशेष पैकेज की मांग उठाई।