वार हीरोज मेमोरियल एवं म्यूजियम में कारगिल शहीद किए याद
कारगिल विजय दिवस पर पंजाब राज्य वार हीरोज मेमोरियल एवं म्यूजियम में कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
जासं, अमृतसर : कारगिल विजय दिवस पर पंजाब राज्य वार हीरोज मेमोरियल एवं म्यूजियम में कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने जहां शहीदों को नमन किया, वहीं शहादत व बहादुरी से जुड़े अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर के 27 परिवारों को सम्मानित भी किया गया। एडीसी डॉ. अग्रवाल ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते कहा कि 20 साल पहले भारतीय फौजियों ने कारगिल से आतंकियों के वेश में आए पाकिस्तानी सैनिकों को मार भगाया था। इस युद्ध में इंडियन सेना के करीब 500 अधिकारी और जवानों ने शहादत का जाम पिया था। इसके अलावा डेढ़ हजार सैनिक जख्मी हुए थे। डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि सभी का फर्ज बनता है कि शहीदों के परिवारों का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से शहीदों के परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी। इस अवसर पर सांसद गुरजीत सिंह औजला की माता बीबी जागीर कौर भी विशेष तौर पर पहुंची और अमर जवान ज्योति पर शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि भेंट की। इसके बाद उन्होंने कहा कि बहादुर जवान हमारे देश की सीमाओं पर दीवार बनकर दिन-रात पहरा देते हैं। इनकी बदौलत ही हम आजादी का आनंद उठा रहे हैं। बीबी जागीर कौर ने कहा कि जब हम सभी घरों में खुशी के त्योहार मना रहे होते हैं तो हमारे जवान बार्डर पर भीषण गर्मी और ठंड में पहरा दे रहे होते हैं। मौके पर मेजर जनरल डीडी सिंह, मेजर जनरल हरविदर सिंह, कर्नल कश्मीर सिंह, कर्नल हरकीरत सिंह, कर्नल एनएस रंधावा, ब्रिगेडियर ज्ञान सिंह संधू, जिला रक्षा सेवाएं भलाई अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल गुरिदरजीत सिंह, कर्नल वेद मित्र, कर्नल सर्विदर सिंह संधू, कर्नल कुलदीप सिंह ढिल्लों और पंजाब राज्य वार हीरोज मेमोरियल के जनरल मैनेजर कर्नल हरविदरपाल सिंह उपस्थित थे।
कारगिल युद्ध को समर्पित गैलरी जल्द होगी लोकार्पित
रिटायर्ड कर्नल एसपी सिंह ने बताया कि कारगिल युद्ध और वीर जवानों की बहादुरी को समर्पित एकमात्र गैलरी का जल्द पंजाब राज्य वार हीरोज मेमोरियल एवं म्यूजिमय में लोकार्पण किया जाएगा। इसमें सियाचिन युद्ध में परमवीर चक्र पाने वाले सेना के वीर जांबाज बाना सिंह 5140 नामक चोटी पर युवा सैनिक अधिकारी विक्रम बत्रा की बहादुरी व सबसे ऊंची चोटी टाइगर हिल पर अधिकारियों और जांबाज सैनिकों द्वारा आतंकियों के वेश में घुसपैठ कर चुके पाक सैनिकों को मार भगाने को दिखाया है। इसके साथ ही कारगिल युद्ध का कारण बनने वाली परिस्थितियां भी शामिल हैं।