आयोजकों ने वायरल किए परमीशन लेटर, डीसीपी बोले शर्ते पूरी नहीं
अमृतसर : जोड़ा फाटक धोबीघाट के पास में आयोजित कार्यक्रम को लेकर खड़े हुए विवाद ने नया मोड़ आ गया है।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर :
जोड़ा फाटक धोबीघाट के पास में आयोजित कार्यक्रम को लेकर खड़े हुए विवाद ने नया मोड़ आ गया है। आयोजकों ने शनिवार को पुलिस परमीशन लेटर वारयल कर बताया कि उनके पास पर्व मनाने की परमीशन थी। वहीं डीसीपी एएस पवार ने इसे सिरे से नकारते हुए कहा कि आयोजकों ने दशहरा पर्व मनाने की शर्तें ही पूरी नहीं की।
दुर्घटना के लिए बिना किसी परमीशन के दशहरा पर्व का आयोजन कर भीड़ जुटाने वालों को अहम कारण माना जा रहा है। हालांकि सिद्धू खेमे के करीबी पार्षद पुत्र सौरभ मदान मिट्ठू के नजदीकियों ने शनिवार को एक पुलिस परमीशन वायरल करते हुए यह बताने का प्रयास किया कि उनके पास परमीशन थी और उसके तहत ही समारोह का आयोजन किया गया। दशहरा कमेटी ईस्ट के नाम से 15 अक्टूबर को डीसीपी से दशहरा मनाने की आज्ञा मांगी गई ओर पत्र में कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के समारोह में आने का हवाला देते हुए बताया कि समारोह में हजारों लोग इकट्ठे होंगे। इसलिए सुरक्षा के इंतजाम किए जाए।
शर्तों पर पुलिस को दशहरा मनाने पर एतराज नहीं
दशहरा कमेटी ईस्ट के पत्र के जवाब में थाना मोहकमपुरा द्वारा 17 अक्टूबर को शर्तों पर मंजूरी दी गई। हालांकि उसमें उन्होंने जिस पत्र का हवाला दिया है, वह 10 अक्टूबर लिखा हुआ है, जबकि पत्र कमेटी ने 15 अक्टूबर को दिया। जिसमें आयोजकों के पत्र का हवाला देते हुए साफ शब्दों में कहा गया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए दायरे में रहते हुए कमेटी लाउड स्पीकर धीमी आवाज में चलाएगी और किसी किस्म की आवाजाई में विघन नहीं डालेगी। न ही मेले में कोई हथियार लेकर जाएगा। इन शर्तों को ही दरकिनार कर कमेटी ने मंच पर आरकेस्ट्रा चलवाया और रेल ट्रक बुरी तरह से इससे प्रभावित रहा। निगम से आज्ञा नहीं ली,
धोबीघाट नगर निगम की संपत्ति है ओर यहां आयोजन से पूर्व निगम की आज्ञा भी चाहिए थी, पर निकायमंत्री सिद्धू का करीबी होने की वजह से मिट्ठू ने निगम से परमशीन लेना उचित ही नहीं समझा। निगम ने भी प्रोग्राम की मंजूरी संबंधी 17 शर्तों वाला परफार्मा जारी किया हुआ है, जिस पर भी कमेटी खरी नहीं उतरती। निगम की बात की जाए तो उसकी तरफ से रावण दहन उत्सव के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई थी। नगर निगम कमिश्नर सोनाली गिरी ने बताया कि निगम से ऐसे किसी आयोजन की परमिशन नहीं मांगी गई थी। पिछले साल के मुकाबले इस बार बड़े पैमाने पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मंजूरी की शर्तों पर खरी नहीं उतरी कमेटी : पवार
डीसीपी एएस पवार ने बताया कि दशहरा कमेटी ईस्ट द्वारा जिसे परमीशन बताया जा रहा है, वह डीजी चलाने और सुरक्षा के लिए आवेदन पर मंजूरी थी। उसके साथ ही आयोजन की शर्तें थी, जिसे आयोजकों ने पूरा नहीं किया था। वैसे सुरक्षा की दुष्टि से आयोजन स्थल पर फोर्स तैनात की गई थी, लेकिन भीड़ उस मुताबिक बहुत ज्यादा थी।