7वीं आर्थिक गणना नौ से, अधिकारियों को दें सही जानकारी : डीसी
डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने 7वीं आर्थिक गणना को लेकर बुधवार को जिला परिषद के कांफ्रेंस हॉल में अधिकारियों के साथ बैठक की।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने 7वीं आर्थिक गणना को लेकर बुधवार को जिला परिषद के कांफ्रेंस हॉल में अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को इसमें पूरी इमानदारी से डाटा एकत्र करने की हिदायत दी।
डिप्टी कमिश्नर ढिल्लों ने कहा कि सरकार 7वीं आर्थिक गणना, जो प्रत्येक 7 साल बाद करवाई जाती है, के सर्वे के मुताबिक ही लोगों के स्टैंडर्ड ऑफ लीविंग निर्धारित किया जाता है। इस दौरान अधिकारियों की ओर से इकट्ठा किए गए लोगों के आंकड़े ही देश के आर्थिक स्तर बताते हैं। जिले में 7वीं आर्थिक गणना की शुरुआत 9 सितंबर से होगी। उन्होंने आम लोगों को अपील की है कि वह इस सर्वे में गणितकारों को पूर्ण जानकारी देने में अपना सहयोग दें। उन्होंने बताया कि देश में सभी अदारों के अलग-अलग संचालन व ढांचागत पहलुओं की विस्तारपूर्वक सूचना एकत्रित करने के लिए 2019 में 7वीं आर्थिक गणना करवाई जा रही है। गतिविधि में लगे अदारों के भौगोलिक प्रसार, आर्थिक गतिविधियों के समूहों, मलकीयत पैट्रन, काम कर रहे व्यक्तियों के बारे जानकारी प्रदान करेगी। डोर-टू-डोर किया जाएगा सर्वे
उन्होंने बताया कि कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी), आर्थिक सलाहकार (ईएसओ), राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएसओ) रिपोर्ट तैयार करे और प्रसार के लिए बनाए मोबाइल एप्लीकेशन व डाटा एकत्रित करने की सिखलाई दी गई है। आर्थिक गणना का फील्ड वर्क पंजाब में शुरु कर दिया गया है, जिसके तहत घरेलू और व्यापारिक कार्यलय का डोर-टू-डोर सर्वे करके डाटा एकत्रित किया जाएगा और राज्य की ओर से केवल विकास योजनाएं बनाने और आंकड़ों के उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। सर्वे के सदस्यों द्वारा एकत्रित किए गए डाटा को सुपरवाइजरों की ओर से संबंधित घरों पर और अदारों में जाकर पुष्टि करने के बाद तस्दीक किया जाएगा। डाटा एकत्रित करने और बाकी कार्रवाई करने के बाद 7वीं आर्थिक गणना के आंकड़ात्मक रिजल्ट जारी किए जाएंगे। सुपरवाइजरों की लगाई ड्यूटी
ढिल्लों ने बताया कि आर्थिक जनगणना के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सुपरवाइजरों की डयूटी लगा दी गई है, जोकि घर-घर जाकर डाटा एकत्रित करेंगे। इस मौके पर एसडीएम विकास हीरा, एसडीएम अजनाला रजत ओबराय, उप अर्थ व आंकड़ा सलाहकार अमनदीप सिंह, डीडीपीओ गुरप्रीत सिंह गिल, तहसीलदार लखविदर सिंह के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।