पाइटेक्स मेले में नहीं पहुंचे 54 पाक एग्जीबिटर
पाइटेक्स में पाकिस्तान के 54 एग्जीबिटर वीजा क्लीयरेंस के बाद भी नहीं पहुंचे। सार्क वीजा पर आए 35 पाकिस्तानियों ने 15 स्टाल सजाए हैं।
जेएनएन, अमृतसर। पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो (पाइटेक्स) में हमेशा ही पाक उत्पादों की मांग रही है। इस बार पाकिस्तान के 54 एग्जीबिटर वीजा क्लीयरेंस के बाद भी नहीं पहुंचे। उनकी कमी सार्क वीजा पर पहले ही भारत में लग रही प्रदर्शनियों में भाग ले रहे एग्जीबिटर पूरी करेंगे। यहां शुरू हुए पाइटेक्स मेले में सार्क वीजा पर आए 35 पाकिस्तानियों ने 15 स्टाल सजा दिए हैं, इससे भारत के लोगों को पाक के उत्पादों से वंचित नहीं होना पड़ेगा।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही गुरु नगरी में 8 दिसंबर से शुरू हो रहे पाइटेक्स मेले में पाकिस्तानियों के न पहुंचने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स पूरी तरह से आश्वस्त था कि 54 पाक एग्जीबिटर मेले में जरूर पहुंचेंगे, लेकिन मेला शुरू होने तक किसी की दस्तक न होने के बाद लग रहा था कि इस बार मेले में आने वाले लोगों को पाकिस्तान से आने वाली वैरायटी से महरूम रहना पड़ेगा।
पीएचडी चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंड्रस्टी के रीजनल डायरेक्टर डॉ. प्रवीण राठी ने बताया कि पाक से आने वाले एग्जीबिटर से को-आर्डिनेट करने वाले उनके संपर्क में है। वीजा क्लीयरेंस में देरी की वजह से वहां से आने वाले कारोबारियों को लग रहा है कि अब आने का कोई लाभ नहीं है। दो दिन पहले ही वीजा क्लीयरेंस हो जाती थी और कारोबारी समय पर आकर अपना सामान सजा लेते थे।
भारत उत्पादों की पाक में विशेष मांग
2005 में शुरू हुए पाइटेक्स मेले की बात करे तो पाकिस्तान से आने वाले भारतीय उत्पादों की विशेष मांग रही है और इसी मेले में इस बाबत एमओयू भी साइन होते रहे हैं। विशेषकर भारत के शॉल और साइकिल पार्ट की पाकिस्तान में बहुत मांग रही है और मेले में इसे लेकर अच्छी डील पहले होती रही है।
बड़ी संख्या में आए पाक विरोधी देश
सार्क देश भी पाकिस्तान के खिलाफ लामबंद होने लगे हैं। पूर्व के मुकाबले इस बार सार्क देशों के प्रतिनिधि ज्यादा संख्या में पहुंच रहे हैं। पाइटेक्स में इस बार अफगानिस्तान से 30, बांग्लादेश से 36, भूटान से 10, नेपाल से 19 और श्रीलंका से 27 प्रतिनिधि आ रहे हैं।
पेट रोटी से भरता है गोली से नहीं
लाहौर हाई कोर्ट के पूर्व डिप्टी प्रोस्टीक्यूटर जनरल पंजाब सैयद मुहम्मद इमरान शैराजी ने कहा कि अवाम का पेट रोटी से भरता है, गोली से नहीं। अवाम गोली की भाषा नहीं समझती। चंद लोग अपने सत्तासुख के लिए लोगों को नफरत की आग में झोंक रहे है, जिसे आने वाली पीढिय़ां बिल्कुल माफ नहीं करेंगे। भारत-पाक के लोग अमन पसंद हैं। मेले में बड़ी संख्या में लोगों ने आना था, पर उनका आना सरकारी नीतियों की भेंट चढ़ गया।
दोनों देशों में बने रहे सौहार्द रिश्ते
कराची से आई हिना अंजुम ने बताया कि वे दिल्ली के प्रगति मैदान में लगी एग्जीबिशन के लिए आई थी, वहीं से यहां आ गई हैं। भारत-पाक रिश्तों में मिठास बने रहे, इसके लिए हमेशा ही दोनों तरफ की लोग प्रयासरत रहे हैं। आगे भी ये प्रयास जारी रहने चाहिएं। सरगोदा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टी की सब कमेटी की चेयरपर्सन सपना कविता ओबराय ने कहा कि भारत में पाकिस्तानी सूट की हमेशा ही मांग रही है। हम वही वैरायटी लेकर आए है। दोनों देशों में सौहार्द बना रहे, हमारी तो यही कामना है।
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