मुख्तार सिह को हटाकर गुरिदर सिंह को दिया दरबार साहिब के मैनेजर का पद
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने मुख्तार सिंह चीमा को श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर के पद से हटा दिया है। उनकी जगह गुरिदर सिंह मथरेवाल को मैनेजर नियुक्त कर दिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने मुख्तार सिंह चीमा को श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर के पद से हटा दिया है। उनकी जगह गुरिदर सिंह मथरेवाल को मैनेजर नियुक्त कर दिया है। एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने आदेश जारी कर दिए है। गुरिदर सिंह ने श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर का पदभार भी संभाल लिया है। गुरिदर सिंह इससे पहले एसजीपीसी की सरायों के मैनेजर के रूप में सेवाएं निभा रहे थे। पिछले 27 वर्षो से वह एसजीपसी में सेवाएं निभा रहे हैं। गुरिदर सिंह ने कहा, वह अपनी जिम्मेदारी निष्ठा से निभाएंगे। दर्शन करने के लिए आने वाली संगत को कोई मुश्किल नहीं आने दी जाएगी। इस अवसर पर एसजीपीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरजीत सिह भिट्टेवड्ड, अमरीक सिंह लतीफपुर, मलकीत सिंह बहिड़वाल, जगतार सिंह , गुरजीत सिंह आदि भी मौजूद थे।
उधर, एसजीपीसी गलियारे में चर्चा है कि श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व मैनेजर मुख्तार सिंह को एसजीपीसी की वीरवार को हुई कार्यकारिणी की बैठक में दमदमी टकसाल को दरबार साहिब परिसर मे कारसेवा सौंपने के मुद्दे का विरोध करना महंगा पड़ा है। इस कारण उनको मैनेजर के पद से हटाया गया है। बैठक में श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में कुछ कार सेवा का काम दमदमी टकसाल को सौंपने के मुद्दे पर चर्चा हुई थी। इसमें मुख्तार सिंह ने विरोध करते हुए तर्क रखा था कि छोटे काम एसजीपीसी को खुद ही करवाने चाहिए न कि किसी संस्था से। इस पर एसजीपीसी के महासचिव भगवंत सिंह सियालका और सचिव सुखदेव सिंह बैठक से उठ कर बाहर आ गए थे। ये दोनों कार सेवा का काम दमदमी टसकाल को सौंपना चाहते थे। चर्चा है कि इस विवाद के चलते मुख्तार सिंह पद से बदला गया है।