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भाषाएं सीखें पर मां बोली को प्यार व सम्मान देने की जरूरत

खालसा कालेज में चार दिवसीय अमृतसर साहित्य उत्सव व पुस्तक मेला-2021 की मंगलवार को शुरुआत हो गई। मेले का उद्घाटन साहित्यकार डा. सुरजीत पातर व खालसा कालेज गवर्निग कौंसिल के आनरेरी सचिव राजिदर मोहन सिंह छीना ने रिबन काटकर किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 05:00 AM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 05:00 AM (IST)
भाषाएं सीखें पर मां बोली को प्यार व सम्मान देने की जरूरत
भाषाएं सीखें पर मां बोली को प्यार व सम्मान देने की जरूरत

संस, अमृतसर: खालसा कालेज में चार दिवसीय अमृतसर साहित्य उत्सव व पुस्तक मेला-2021 की मंगलवार को शुरुआत हो गई। मेले का उद्घाटन साहित्यकार डा. सुरजीत पातर व खालसा कालेज गवर्निग कौंसिल के आनरेरी सचिव राजिदर मोहन सिंह छीना ने रिबन काटकर किया। उनके साथ एनबीटी के डायरेक्टर युवराज मलिक व प्रिसिपल डा. महल सिंह भी मौजूद थे।

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डा. पातर ने कहा कि शिक्षण संस्थान व्यक्ति को सिर्फ किताबी पढ़ाई ही नहीं करवाते बल्कि उसके संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर साहित्य उत्सव व पुस्तक मेला खालसा कालेज का एक बहुमूल्य प्रयास है जो ज्ञान के सागर को नई पीढि़यों को सौंपने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि वे और बहुत सी भाषाएं सीखें पर अपनी मां बोली को प्यार व सम्मान जरूरत देते रहें। राजिदर मोहन सिंह छीना छीना ने कहा कि हमें गर्व है कि हम अपनी विरासती परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इस मौके पर खालसा कालेज के यूजीसी मान्यता प्राप्त खोज मैगजीन संवाद का श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित 13वां व 14वां अंक रिलीज किया गया। कवियों ने रचनाएं पेश कीं

इसके बाद पंजाब भर से पहुंचे प्रसिद्ध कवि डा. सुरजीत पातर, जसवंत जफर, लखविदर जौहल, सुखविदर अमृत, स्वर्णजीत छवि, दर्शन बुट्टर, वाहिद, बलविदर संधू, जगविदर जोधा व चमनदीप देयोल ने खूबसूरत कलाम पेश करके श्रोताओं की प्रशंसा हासिल की। कवि दरबार का संचालन पंजाबी विभाग के अध्यापक डा. कुलदीप सिंह ने किया। यहां एसजीपीसी सदस्य मगविदर सिंह खापड़खेड़ी, दिलराज सिंह गिल, रजिस्ट्रार प्रो. दविदर सिंह, सुखमीन बेदी, हीरा सिंह, कुलदीप सिंह ढिल्लों, भुपिदर सिंह व समूह कालेज स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद थे। उभरते गायकों ने गाए लोकगीत

बाद दोपहर हुई लोकगीत प्रस्तुति में उभरते गायकों ने अपनी गायकी के जौहर दिखाए। इस दौरान पुस्तकों के स्टाल पर लोगों में भारी उत्साह देखा गया। विरासती खान-पान के स्टाल, फ्लावर शो व वैज्ञानिक प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। पंडाल के एक हिस्से में तैयार की गई पंजाब के गांवों की सत्थ का नजारा देखते ही बनता था। आज प्रकाश पर्व को समर्पित होगा सेमिनार

पंजाबी विभाग के मुखी डा. आत्म सिंह रंधावा ने कहा कि मेले के दूसरे दिन गुरु तेग बहादुर जी के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित श्री गुरु तेग बहादुर : बाणी व शहादत का गौरव विषय पर करवाए जा रहे सेमिनार का भाषण प्रसिद्ध सिख चितक अमरजीत सिंह ग्रेवाल देंगे तथा अध्यक्षीय भाषण डा. एसपी सिंह पूर्व वाइस चांसलर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी देंगे।


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