Move to Jagran APP

सुनो सरकार, करें सुधार: सेवाओं में इजाफा, केंद्रों में कमी, कमजोर ढांचे से लोगों का घाटा

पंजाब सरकार की ओर से अकसर लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं। लोगों को अलग-अलग सरकारी दफ्तरों में अपने काम करवाने के लिए न भटकना पड़े इसलिए उन्हें एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सेवा केंद्र खोले।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 06:30 AM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 06:30 AM (IST)
सुनो सरकार, करें सुधार: सेवाओं में इजाफा, केंद्रों में कमी, कमजोर ढांचे से लोगों का घाटा
सुनो सरकार, करें सुधार: सेवाओं में इजाफा, केंद्रों में कमी, कमजोर ढांचे से लोगों का घाटा

हरीश शर्मा, अमृतसर : पंजाब सरकार की ओर से अकसर लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं। लोगों को अलग-अलग सरकारी दफ्तरों में अपने काम करवाने के लिए न भटकना पड़े इसलिए उन्हें एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सेवा केंद्र खोले। यहां पर अलग-अलग सरकारी दफ्तरों से संबंधित सेवाएं दी जा रही हैं। मगर वर्ष 2017 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद घाटे के कारण 126 सेवा केंद्रों को बंद कर दिया गया। अब बाकी बचे 41 केंद्रों में सरकार की ओर से सेवाओं की संख्या तो बढ़ाई जा रही है लेकिन वहां पर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत नहीं किया जा रहा। संख्या कम होने से अब बाकी बचे केंद्रों में बोझ बढ़ रहा है। लोगों की भीड़ हो रही है। वहां पर कभी सर्वर डाउन रहता है तो कभी बिजली नहीं होती। कभी साफ्टवेयर काम नहीं करता है। ऐसे में वहां लंबी लाइनों में खड़े लोग परेशान होते रहते हैं। काम ठप होने से लोगों को बैरंग भी लौटना पड़ता है। ऐसे में लोगों का कहना है कि सरकार को इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करते हुए सेवा केंद्रों की संख्या में भी इजाफा करना चहिए ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े। 41 सेवा केंद्रों पर दी जाती हैं 327 सेवाएं

loksabha election banner

सेवा केंद्रों की शुरुआत पूर्व की गठबंधन सरकार ने 2016 में की थी। उस समय जिले में 167 सेवा केंद्र खोले गए थे। 2017 में सरकार बदल गई। उस समय सेवा केंद्र लगातार घाटे में जा रहे थे। कर्मचारियों के वेतन भी नहीं निकल पा रहे थे। ऐसे में सरकार ने जिले के करीब 126 सेवा केंद्रो को बंद कर दिया। मौजूदा समय में केवल 41 सेवा केंद्र चल रहे है। इनमें मिलने वाली सेवाओं की संख्या 327 है जो दो महीने पहले 251 थे। हाल ही में 76 नई सेवाएं जोड़ी गई हैं। इस कारण सेवा केंद्रो में लोगों की भीड़ बढ़ गई है और लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं। परेशान पब्लिक की बात

एफिडेविट बनवाने के लिए दो घंटे बाद आया नंबर

दशमेश नगर निवासी राजविदर सिंह ने बताया कि उसके बच्चे नाम के शब्दों में गड़बड़ी थी। सेवा केंद्र से एफिडेविट बनवाना था। वह सुबह 11 बजे के करीब सेवा केंद्र में काम करवाने के लिए पहुंचे थे। मगर दो बजे जाकर उनका नंबर आया। सर्वर बंद होने से इंतजार करना पड़ा

बटाला रोड निवासी मोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने घर की रजिस्ट्री की नकल निकलवानी थी। काफी देर तक वह लाइन में लगे रहे, क्योंकि सर्वर बंद होने के कारण काम बंद हो गया था और वह इंतजार करते रहे। थोड़ी देर के बाद जब सर्वर ठीक हुआ तो वह अपनी रजिस्ट्री की नकल अप्लाई कर पाए। अधिकारियों के साथ बैठक कर सुधार करेंगे: डीसी

डीसी गुरप्रीत सिंह खैहरा ने कहा कि सेवा केंद्रो में कोई मुश्किल न आए। इसके लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मीटिग की जा रही है। साथ ही टेक्निकल एक्सपर्ट को भी साफ्टवेयर अपडेट करने के लिए कहा गया है। जरूरत के मुताबिक नए सेवा केंद्र भी जल्द शुरू करवाए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.