सिखों के साथ भेदभाव करना बंद करे केंद्र सरकार: मजीठिया
केंद्र सरकार को सिखों के साथ भेदभाव करना बंद करना चाहिए। गुरुधाम के दर्शनों पर रोक लगाकर केंद्र सरकार ने सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
संवाद सहयोगी, मजीठा : केंद्र सरकार को सिखों के साथ भेदभाव करना बंद करना चाहिए। गुरुधाम के दर्शनों पर रोक लगाकर केंद्र सरकार ने सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। यह शब्द पूर्व कैबिनेट मत्री व विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने मजीठा में अकाली वर्करों के साथ 2022 के चुनावों को लेकर की बैठक के दौरान कहे। उन्होंने पाकिस्तान स्थित श्री ननकाना साहिब शताब्दी मनाने व गुरुधामों के दर्शनों के लिए जाने वाले जत्थे पर रोक लगाने पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रास्ते पर चल पड़ी है और सिखों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। हरेक धर्म के पास अपनी परंपरा अनुसार समागम करने व उनमें शामिल होने का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन केंद्र सरकार साजिश तहत सिखों के इस अधिकार को छीनना चाहती है, जिसे सिख समाज कभी बर्दाश्त नही करेगा।
मजीठिया ने कहा कि कोविड 19 कारण श्री करतार साहिब का रास्ता बंद किया गया था, जबकि दुनिया भर में सभी धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक कार्यक्रम करने व सभी धार्मिक स्थल खोलने की मंजूरी दी गई है। लेकिन श्री करतार साहिब का रास्ता न खोलना भी सिखों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना हैं। इस मौके पर मेजर शिवचरण सिंह, गगनदीप सिंह, एडवोकेट राकेश पराशर, अमनदीप गिल, सर्बजीत सिंह, हैप्पी, अमृतपाल, तरुण कुमार, सलवंत सिंह, प्रिस नैयर, देस राज, महिदर सिंह, मनप्रीत सिंह, अवतार सिंह, भुपिदर सिंह, दिलबाग सिंह, प्रकाश सिंह मौजूद थे।