तहसील में दूसरे दिन भी रजिस्ट्रियों का काम ठप
पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रिअल सर्विसेज यूनियन के संयुक्त मोर्चे के बैनर तले पंजाब स्टेट डिस्ट्रिक्ट (डीसी) आफिस इंप्लाइज की हड़ताल के दूसरे दिन भी तहसील में काम पूरी तरह से ठप रहा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रिअल सर्विसेज यूनियन के संयुक्त मोर्चे के बैनर तले पंजाब स्टेट डिस्ट्रिक्ट (डीसी) आफिस इंप्लाइज की हड़ताल के दूसरे दिन भी तहसील में काम पूरी तरह से ठप रहा। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जहां रजिस्ट्रियां करवाने के लिए अपाइंटमेंट लेने वालों को करीब पौने दो लाख रुपये का नुकसान हुआ, वहीं रजिस्ट्रियां नहीं होने के चलते सरकार के खजाने को भी करीब पचास लाख रुपये की चपत लगी।
डीसी ऑफिस कर्मचारियों की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर आम जनता की सेवा पर पड़ा है। इस दौरान नायब तहसीलदार, तहसीलदार, एसडीएम्ज तथा सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में काम ठप रहा। अधिकारी कुछ समय तक तो अपनी सीटों पर मौजूद रहे, लेकिन ऑफिशियल काम निपटाने के बाद वे भी इधर-उधर हो गए। रजिस्ट्रियां करवाने के लिए तहसील में आम लोगों के लिए बने दोनों प्रतीक्षालयों को सुबह से ही ताले लगे रहे।
आम आदमी पार्टी ने किया तहसील में प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के प्रिस शर्मा ने महिद्रपाल गुप्ता, रमन वैद व अन्य साथियों के साथ शुक्रवार को तहसील में रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल में आम लोगों का कोई संबंधी नहीं तो फिर उन्हें नुकसान क्यों हो। अगर सोमवार तक इसका हल नहीं किया गया, तो पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को और तेज किया जाएगा। इस अवसर पर मुनील लूथरा, सतीश कु ार, किरण खन्ना, राकेश आनंद, नंद किशोर, रमेश सिंह, गुरदर्शन सिंह, रंजीत सिंह राणा, सुरिदर पाल, बलकार सिंह भी उपस्थित थे।
तहसील-1 और 2 में फुल थी अपाइंटमेंट
रजिस्ट्रियां और व अन्य दस्तावेज रजिस्टर्ड करवाने के लिए सात अगस्त 2020 के लिए भी अपाइंटमेंट फुल थी। दोनों तहसीलों में 75/75 सामान्य अपाइंटमेंट थीं जबकि दोनों ही तहसीलों में 10/10 आवेदनकर्ताओं ने पांच हजार रुपये फीस जमा करवा कर अपाइंटमेंट ली। सामान्य अपाइंटमेंट के लिए लोगों ने 500/500 रुपये सरकार के खाते में जमा करवाए। इस तरह आम जनता का आज भी पौने दो लाख रुपये का नुकसान हुआ।
सरकार के खजाने को भी लाखों की चपत
कर्मचारियों की हड़ताल के चलते लोगों के नुकसान के साथ-साथ पंजाब सरकार के खजाने को भी आज लाखों रुपये की चपत लगी। दोनों तहसीलों में 85/85 दस्तावेज रजिस्टर्ड किए जाने पर आवेदनकर्ताओं ने करीब पचास लाख रुपये के अस्टाम साथ लगाने थे, जो आज नहीं सरकारी खजाने में नहीं पहुंच सके। डीडराइटर्स एसोसिएशन के प्रधान नरेश शर्मा ने कहा कि सरकार के खाते में उक्त राशि दस दिन बाद आ जाएगी, लेकिन लोगों के हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती।
सरकार को देनी चाहिए लोगों को रिशेड्यूल की सुविधा
डीडराइटर्स एसोसिएशन के प्रधान नरेश शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल के चलते रजिस्ट्रियों से लोगों को होने वाले नुकसान संबंधी पंजाब सरकार को कुछ सोचना चाहिए। पहले से ली गई अपाइंटमेंट को दोबारा शेड्यूल की सुविधा देनी चाहिए, ताकि लोग तय निथि पर रजिस्ट्री नहीं करवाने की सूरत में उसी फीस पर गोबारा से अपाइंटमेंट ले सकें।