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किराएदार बनेंगे दुकान के मालिक, निगम के गल्ले में आए 1.43 करोड़

कोविड-19 की वजह से नगर निगम द्वारा 691 किरायेदारों को मालिकी का अधिकार देने की कवायद खटाई में चली गई थी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 11:32 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 11:32 PM (IST)
किराएदार बनेंगे दुकान के मालिक, निगम के गल्ले में आए 1.43 करोड़
किराएदार बनेंगे दुकान के मालिक, निगम के गल्ले में आए 1.43 करोड़

विपिन कुमार राणा, अमृतसर

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कोविड-19 की वजह से नगर निगम द्वारा 691 किरायेदारों को मालिकी का अधिकार देने की कवायद खटाई में चली गई थी। अब हालात जैसे-जैसे सामान्य हो रहे है निगम के गल्ले में इससे पैसे आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को शहर की विभिन्न मार्केट में स्थित निगम के 23 किरायेदारों ने मालिकी का अधिकार लेने के लिए एस्टेट अधिकारी सुशांत भाटिया को अग्रिम राशि का 1.43 करोड़ रुपये जमा करवाया। किरायेदारों को मालिकी का अधिकारी दिए जाने से निगम को 60 से 70 करोड़ की आय होने की संभावना है।

इससे पूर्व दुकान की छत की मालिकी के अधिकार पर स्थिति स्पष्ट न होने के कारण आवेदकों का रुझान इस बाबत कम था। तीन फरवरी 2020 को निगम सदन की बैठक में प्रस्ताव पारित कर स्पष्ट किया गया कि किरायेदारों को दुकानों की मालिकी के अधिकार छत सहित दिए जाएंगे। पूरे मामले की कमान एडीशनल कमिश्नर संदीप रिषी को दी गई। मेयर कर्मजीत सिंह रिटू और एडीशनल कमिश्नर रिषी के दिशानिर्देश में एस्टेट विभाग अब दोबारा से पूरे मामले को सिरे चढ़ाने के लिए डट गया है। 767 दुकानदारों ने किया था मालिकी का आवेदन द पंजाब म्युनिसिपैलिटी वेस्टिग ऑफ प्रोपराइटरी राइट अमेंडमेंट स्कीम 2017 के तहत निगम द्वारा किराएदारों को मालिकी के आधार दिए जा रहे हैं। इसके तहत निगम के 767 किरायेदारों द्वारा मालिकी का अधिकार लेने के लिए के लिए निगम के पास आवेदन किया गया था। स्क्रूटनी के बाद अहम 33 मार्किटों के 691 दुकानदारों के केस योग्य पाए गए हैं, जिनकी अलाटमेंट की कार्रवाई शेष है। मार्केट रेट पर मिलेगा मालिकाना हक मालिकाना हक देने की प्रक्रिया के तहत 40 गज से नीचे की दुकानों को मार्केट रेट पर दुकानें दी जाएंगी और 40 गज के ऊपर वाली दुकानों को मार्केट रेट के साथ इसीका पच्चीस फीसद निगम को देना होगा। वैसे निगम की ज्यादा किराए की संपत्तियां चालीस गज से कम की हैं। यहां-यहां हैं निगम की किराये की दुकानें - 56 दुकानें : पुल पौड़ियां, पुरानी दुकानें गोलबाग बाहरवार हाथी गेट, फायर माकर्ेंट चित्रा सिनेमा

- 66 दुकानें : पीबीएन स्कूल की बाहर बनी हुई दुकानों, रामबाग ए, बी, सी, डी, एफ ब्लॉक, आइडीएच मार्केट ग्राउंड व पहली मंजिल।

- 81 दुकानें: एसबीएस मार्केट, रामबाग सब्जी मंडी, राम बाग नजदीक पानी की टंकी, भुषणपुरा ब्लॉक ए, बी और सी।

- 76 दुकानें: इंद्र पैलेस रोड, डीडी भाटिया मार्केट, शेरांवाला गेट, महासिंह गेट ए व बी ब्लॉक।

- 88 दुकानें: सामने गुरु रामदास अस्पताल, निशांत सिनेमा, कृष्णा सिनेमा, राज सिनेमा, गुरुद्वारा श्री शहीदां साहिब, बाहरवार लाहौरी गेट।

- 77 दुकानें: बाहरवार भगतांवाला, सामने पावर हाउस कालोनी, बाहरवार चाटीविड गेट, सामने पेट्रोल पंप हुकम सिंह रोड, कटड़ा शेर सिंह, त्रिकोणी मार्कीट ग्राउंड फ्लोर।

- 73 दुकानें: कोट आत्मा सिंह मार्केट, कोट आत्मा सिंह ब्लाक ए, एमरजेंसी वार्ड।

- 57 दुकानें : गोलबाग टैक्सी स्टैंड, मजीठा रोड, बाहरवार बेरी गेट और हकीमा गेट। कोट्स..

कोविड-19 की वजह से निगम के किरायेदारों को मालिकी देने का प्रोसेस रुक गया था। अब दोबारा पूरी गति से काम शुरू हो गया है। इससे निगम को जहां रेवेन्यू आएगा, वहीं सालों से चले आ रहे किरायेदारों को भी दुकानों की मालिकी का अधिकार मिलेगा। लोग इस मौके का फायदा उठाए।

- कर्मजीत सिंह रिटू, मेयर। - किरायेदारों को मालिकी का अधिकारी देने के लिए सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कोविड-19 की वजह से काम में थोड़ी शिथिलता आई थी, लेकिन आज किराएदारों से निगम के गल्ले में 1.43 करोड़ रुपए आए हैं। एस्टेट अधिकारी अपनी टीम के साथ पूरी गति से इस प्रोसेस को पूरा करने में जुटे हुए हैं।

- संदीप रिषी, एडीशनल कमिश्नर


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