लॉकडाउन में ग्वाल मंडी में जमकर गुंडागर्दी, 15 राउंड फायर
लॉकडाउन के दौरान ग्वाल मंडी में बुधवार की आधी रात को कुछ लोगों ने गोलियां चला कर दहशत फैला दी। इलाके के लोगों का आरोप है कि दूसरी कॉलोनियों से कुछ युवक आकर उनके घरों के पास चिट्टा बेचते हैं। कैंटोनमेंट थाना प्रभारी रंजीत सिंह ने बताया कि कालू और उसके 10 साथियों के खिलाफ गोलियां चलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
जागरण संवाददाता अमृतसर : लॉकडाउन के दौरान ग्वाल मंडी में बुधवार की आधी रात को कुछ लोगों ने गोलियां चला कर दहशत फैला दी। इलाके के लोगों का आरोप है कि दूसरी कॉलोनियों से कुछ युवक आकर उनके घरों के पास चिट्टा बेचते हैं। कैंटोनमेंट थाना प्रभारी रंजीत सिंह ने बताया कि कालू और उसके 10 साथियों के खिलाफ गोलियां चलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि जांच की जा रही है कि उक्त आरोपी नशे का कारोबार करते हैं या नहीं।
ग्वाल मंडी निवासी परमजीत कौर और अजय कुमार ने बताया कि वे पिछले कई सालों से इस इलाके में रह रहे हैं। कुछ महीने पहले रामतीर्थ रोड पर कुछ युवक नशे का कारोबार करते थे। लेकिन धीरे-धीरे वह ग्वाल मंडी तक नशा बेचने पहुंचने लगे। इलाके के लोगों ने इनका विरोध करना शुरू किया तो वह उन्हें जान से मारने की धमकियां देने लगे। बुधवार की आधी रात को उक्त आरोपी नशा लेकर इलाके में फिर से 8-10 युवक पहुंच गए। जब इलाके के लोगों ने विरोध किया तो वह गाली गलौज करने लगे। जब उन्होंने पुलिस को बुलाने की चेतावनी दी तो उन्होंने गली में पड़ी हुई ईटें चलानी शुरू कर दी। नशा बेचने वाले दो युवकों के पास पिस्तौल थीं। उन्होंने फायर करने शुरू कर दिए। मौके पर मौजूद लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई । इस बीच कुछ गोलियां दीवारों में भी लग गई। आरोपित 10 मिनट तक सड़क पर खड़े रहकर इलाके के लोगों को जान से मारने की धमकियां देते रहे और फरार हो गए। इलाके के लोगों ने पुलिस कमिश्नर डॉक्टर सुखचैन सिंह गिल से मांग की है कि ग्वाल मंडी में नशा बेचने वालों को काबू कर जेल भेजा जाए। लोगों का आरोप, नशा बेचने वालों को बचा रही पुलिस
इलाके के लोगों ने बताया कि कई बार पहले भी नशा बेचने वालों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस के कुछ अफसरों नशा बेचने वालों को शेल्टर करते हैं। कानून माहिरों की मानें तो इस मामले में आरोपितों ने सीधे फायर किए हैं। हत्या का प्रयास का मामला दर्ज होना चाहिए था लेकिन पुलिस ने केवल दहशत फैलाने के लिए गोली चलाने का मामला ही दर्ज किया है।