टोल प्लाजा पर बढ़ी वाहनों की संख्या, नहीं खोले जा रहे सभी लेन
। अमृतसर-जालंधर हाईवे पर स्थित मानांवाला और ढिलवां टोल प्लाजा कर्फ्यू खत्म होने के बाद से वाहनों के लिए खोले जा चुके हैं।
जागरण टीम, जंडियाला गुरु/ ब्यास
अमृतसर-जालंधर हाईवे पर स्थित मानांवाला और ढिलवां टोल प्लाजा कर्फ्यू खत्म होने के बाद से वाहनों के लिए खोले जा चुके हैं। हालांकि टोल पर सभी लेन अभी नहीं खोले गए हैं। इसका कारण वाहनों की उतनी संख्या न होना है, जितनी कर्फ्यू से पहले थी।
गाड़ियों की आवाजाही तो शुरू हो गई है मगर फास्टैग के साथ-साथ कैश लेन पर वाहनों की संख्या पहले से काफी कम है। कोरोना से चलते पंजाब में शुरू किए कर्फ्यू से पहले के मुकाबले टोल प्लाजा से निकलने वाले वाहनों की संख्या 50 फीसदी से भी कम रह गई है।
राष्ट्रीय राज्य मार्ग जंडियाला गुरु स्थित टोल प्लाजा से आम दिनों में रोजाना करीब 25 हजार वाहन गुजरते थे। अधिकांश समय वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लगी रहती थी। आज हालात यह हैं कि यहां से आठ से 10 हजार वाहन ही निकल रहे हैं। कर्फ्यू के दौरान तो वाहनों की संख्या 1000 तक ही सिमट गई थी। टोल प्लाजा की आठ लेन में से छह फास्टैग और दो कैश लेन हैं मगर वाहनों की संख्या के मुताबिक ही उन्हें खोला जाता है।
ढिलवां टोल प्लाजा पर कुल 10 लेन हैं। इनमें आठ फास्टैग और दो कैश के लिए हैं। कर्फ्यू से राहत मिलने के बाद यहां से निकलने वाले वाहनों की संख्या बढ़ी है, लेकिन सामान्य दिनों वाली संख्या तक पहुंचने में अभी काफी समय लगेगा। यहां से करीब 10 हजार वाहन ही निकलते हैं। टोल प्लाजा की सभी लेन को नहीं खोला जा रहा। यहां से 25 हजार से ज्यादा वाहनों के निकलने की क्षमता है जबकि अभी यह आंकड़ा बहुत कम है।
टोल अधिकारी रॉय जीत मंडल ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते वाहनों की संख्या में साफी गिरावट आई है। टोल कलेक्शन का ग्राफ काफी नीचे चला गया है। अगर यही हालात रहे तो कर्मचारियों में से कइयों की छंटनी भी की जा सकती है। कर्मियों को कोरोना से बचाव के लिए सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं। टोल कर्मचारी टोल से निकलने वाले वाहन चालकों को भी कोरोना से बचने के लिए सचेत करते रहते हैं।