विवादों में आया तबादला एसजीपीसी को करना पड़ा रद
सजीपीसी की प्रबंधकीय कार्यप्रणाली में हमेशा ही पारदर्शिता की बात कही जाती है । एक विवादास्पद तबादले को तीन दिनों के बाद ही रद करने के आदेश जारी हो गए।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : एसजीपीसी की प्रबंधकीय कार्यप्रणाली में हमेशा ही पारदर्शिता की बात कही जाती है । इन दावों को पोल उस वक्त खुल गई, जब एक विवादास्पद तबादले को तीन दिनों के बाद ही रद करने के आदेश जारी हो गए। यह आदेश एसजीपीसी के सुपरिंटेंडेंट ने जारी किए हैं। 16 मई 2020 को जारी पत्र नंबर 402 के आदेशों में कहा गया कि श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर निवास की मांग को मुख्य रखते हुए एसजीपीसी की सरायों की निगरानी करने के लिए अमला शाखा के हेल्पर जगतार सिंह को मैनेजर सरायों के साथ तैनात किया जाता है। मामले को लेकर काफी विवाद उठा। विवाद एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल के ध्यान में आया। इसके बाद तुरंत एक्शन हुआ और एसजीपीसी के सुपरिंटेंडेंट ने 19 मई पत्र नंबर 424 के तहत नया आदेश जारी करके हेल्पर को सराय के मैनेजर के साथ की गई नियुक्ति को रद करते हुए दोबारा अमला शाखा में तब्दील कर दिया गया। चर्चा है कि खास लोगों को खास लाभ किसी न किसी कथित ढंग से पहुंचाए जाते हैं, परंतु मामले की गंभीरता के कारण आदेशों को रद करना पड़ा।