हजूरी रागी के संपर्क में रहे नर्सिग व पैरा मेडिकल स्टाफ ने किया प्रदर्शन
हजूरी रागी के संपर्क में रहे नर्सिग व पैरा मेडिकल स्टाफ ने किया प्रदर्शन है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: श्री हरिमंदिर साहिब के हुजूरी रागी पद्मश्री निर्मल सिंह की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद गुरुनानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) के नर्सिंग स्टाफ ने व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि रागी निर्मल सिंह के संपर्क में आए सातों डॉक्टरों को तो क्वारंटाइन कर दिया गया है, लेकिन नर्सिंग स्टाफ व पैरा मेडिकल स्टाफ को अस्पताल प्रशासन क्वारंटाइन नहीं कर रहा। न ही इन स्टाफ सदस्यों को एन-95 मास्क व पर्सनल प्रोटेक्शन किट्स उपलब्ध करवाई गई है।
नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. रमन शर्मा के कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। पंजाब नर्सिंग एसोसिएशन जिला अमृतसर की प्रधान नरिदर बुट्टर ने कहा कि 30 मार्च को निर्मल सिंह खालसा अस्पताल आए। मेडिसिन यूनिट के डॉक्टर ने उनकी जांच की और इमरजेंसी वॉर्ड में ही दाखिल करवा दिया। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात तीन स्टाफ नर्सेज, एक क्लास फोर, एक ईसीजी टेक्निशियन व मेडिसिन यूनिट के सात डॉक्टर उनके संपर्क में आए। निर्मल सिंह की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आइसोलेशन वॉर्ड में दाखिल कर दिया। अस्पताल प्रशासन इन सातों डॉक्टरों को मेडिकल कॉलेज स्थित रेस्ट हाउस में चौदह दिन के लिए क्वारंटाइन होने के आदेश दिया। दूसरी तरफ नर्सिंग स्टाफ, क्लास फोर व टेक्निशियन को क्वारंटाइन नहीं किया गया। हम आज भी ड्यूटी पर आ रहे हैं।
एन-95 मास्क व पीपीई किट भी नहीं दी जा रही
नरिदर बुट्टर के अनुसार नर्सिंग स्टाफ को अस्पताल प्रशासन द्वारा एन-95 मास्क व पर्सनल प्रोटेक्शन किट्स उपलब्ध नहीं करवाई गई। हम जोखिम में काम करने को मजबूर हैं। इमरजेंसी वॉर्ड में आने वाले हर मरीज की हम जांच करती हैं। ट्रीटमेंट करती हैं। हमें तो मास्क व ग्लब्ज के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ती है। अफसोस इस बात का है कि सिविल सर्जन कार्यालय से जारी क्वारंटाइन लिस्ट में नर्सिंग स्टाफ, क्लास फोर व टेक्निशयन का नाम दर्ज नहीं है। यदि प्रशासन ने उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया तो हम लगातार प्रदर्शन करेंगे।