परमिट रिन्यू करने में मिनी बस आपरेटरों से पक्षपात न करे सरकार
। मिनी बस आपरेटर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को मनवाने के लिए अमृतसर बस अड्डे पर शुरू की गई पांच दिवसीय भूख हड़ताल के तहत मंगलवार को दूसरे दिन भी संघर्ष जारी रखा।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
मिनी बस आपरेटर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को मनवाने के लिए अमृतसर बस अड्डे पर शुरू की गई पांच दिवसीय भूख हड़ताल के तहत मंगलवार को दूसरे दिन भी संघर्ष जारी रखा। मिनी बस आपरेटरों का कहना है कि सरकार उनके साथ पक्षपात की नीति अपना रही है। इससे इस व्यवसाय से जुड़े कई परिवारों की आजीविका बंद होने के कगार पर है।
मिनी बस आपरेटर यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह बब्बू ने कहा कि पंजाब सरकार ने प्रदेश में शिक्षित बेरोजगार नौजवान, पूर्व सैनिकों, जोधपुरिये धर्मी फौजी, दिव्यांग, समाज के आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग, आतंकवाद पीड़ित परिवारों को स्वरोजगार स्कीम के अधीन मिनी बसों के परमिट जारी किए थे ताकि यह लोग अपनी आजीविका कमा सके। पर अब सरकार की गलत नीतियां इन परिवारों को भुखमरी की ओर धकेल रही है।
इस समय पंजाब में करीब सात हजार परमिट हैं जिसके साथ कई परिवार जुड़े हुए हैं। सरकार परमिट रिन्यू करने के दौरान मिनी बस वालों के साथ पक्षपात वाला व्यवहार करती है। जिस कारण मिनी बस आपरेटरों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मिनी बसों के लगातार बढ़ रहे करों को सरकार को शीघ्र वापस लेना चाहिए तथा भविष्य में करों में बढ़ोतरी न की जाए।
मिनी बसों के सभी परमिट बिना शर्त रिन्यू किए जाएं। ताकि वह अपनी आय को सुरक्षित कर सकें। मिनी बसों की बढ़ी हुई पासिग फीस, ट्रांसफर फीस व अन्य फीसें वापस ली जाएं। सरकार ने यदि उनकी मांगों के प्रति तुरंत कोई कार्रवाई न की तो यूनियन संघर्ष तेज करने पर मजबूर हो जाएगी। भूख हड़ताल संघर्ष में अमृतसर गुरदासपुर बस आपरेटर यूनियन के प्रधान अशोक मनन ने पूरा समर्थन दिया।
इस अवसर पर जगराओ विग के प्रधान जगमेल सिंह, मोगा के प्रधान करतार सिंह, जालंधर के प्रधान अवतार सिंह, गोराया के प्रधान सुरिदर सिंह, सुखवीर सिंह, कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह, जगजीत सिंह, कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह, जगजीत सिंह, सतनाम सिंह, सुखदीप सिंह, हरभजन सिंह, रछपाल सिंह, परविदर सिंह पारोवाल, कंवलप्रीत सिंह, वरिदर पाल सिंह माधोके व अन्य यूनियन सदस्य मौजूद थे।