सत्य के मार्ग पर चलने से ही समाज में पैदा होती है समानता : ज्ञानदेव
समाज में समानता का वातावरण तभी बन सकता है जब हम धर्म के मार्ग पर चलकर समाज की सेवा करें।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : समाज में समानता का वातावरण तभी बन सकता है, जब हम धर्म के मार्ग पर चलकर समाज की सेवा करें। जहां धर्म का प्रचार होगा वहीं जीव के भीतर पनप रही बुराइयों का नाश होगा। संत महापुरुष हमेशा जीव को प्रभु के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। यह प्रवचन शनिवार को निर्मल वेदांत आश्रम मॉल रोड में शुरु हुए 69वें अखिल भारतीय निर्मल वेदांत सम्मेलन में आए हुए संत महापुरुषों ने किए।
27 अक्टूबर तक चलने वाले वेदांत सम्मेलन में युग पुरुष सवामी परमानंद महाराज, स्वामी अनंतदेव महाराज वृंदावन वाले, स्वामी जगदीश हरि, स्मवाी दिव्य चैतन्य महाराज, स्वामी परमात्मानंद, स्वामी वैरागानंद, स्वामी विवेकानंद, स्वामी महेशानंद, स्वामी हरि हरनंद व अन्य महापुरुष प्रवचनों के साथ सदेंश देंगे। स्वामी ज्ञानदेव सिंह ने कहा कि परमात्मा की दिव्य शक्ति के दर्शन तभी हम अनुभव कर सकते है, जब हम साधना से प्रभु को पाने के लिए तत्पर रहते है। आज समाज में उथल पुथ का वातावरण इसलिए बना हुआ है कि जीव सिर्फ अपने निजी स्वार्थो की पूर्ति में लगा हुआ है। हम उथल पुथल के वातावरण से तभी निकल सकते है, जब हम निस्वार्थ समाज की सेवा करे। इस अवसर पर स्वामी दिव्य चेतना, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी महेशानंद, स्वामी बैरागनर, साध्वी सत्यप्रीत हरि, साध करुणा गिरि, साधवी आत्म ज्योति पे अपने प्रवचनों के साथ भक्तजनों को सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।