हर चालीस सेकेंड में एक व्यक्ति कर लेता है आत्महत्या
दुनिया भर में हर चालीस सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या कर रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : दुनिया भर में हर चालीस सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या कर रहा है। आत्महत्या की रोकथाम के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से प्रतिवर्ष 10 सितंबर को वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे मनाया जाता है। बुधवार को रंजीत एवेन्यू स्थित डॉ. हरजोत न्यूरोसाइकेट्री सेंटर में वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे मनाया गया। डॉ. मक्कड़ ने कहा कि आज आत्महत्या की प्रवृति बढ़ती जा रही है। आंकड़ों के अनुसार 2016 में दुनिया भर मे 1 लाख में से 10 लोगों ने आत्महत्या की। कारण चाहें जो भी रहे हों, पर इन्होंने मौत को गले लगा लिया। आज 16 से 19 आयु वर्ग के युवा और महिलाएं भी आत्महत्या कर रही हैं। इसका प्रमुख कारण वो परिस्थितियां हैं जिनका सामना करने में सक्षम होने के बावजूद लोग ऐसा नहीं करते। कीटनाशक पीकर आत्महत्या करते हैं ज्यादातर लोग : डॉ. मक्कड़
डॉ. मक्कड़ ने कहा कि आत्महत्या के लिए ज्यादातर लोग कीटनाशक पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त करते हैं। यह बात डब्ल्यूएचओ द्वारा भी प्रमाणित है। इंसान को यह हमेशा याद रखना होगा कि यह जन्म बड़ी मुश्किल से मिलता है। जिदगी को जिदादिली से जीना जरूरी है। आज युवाओं में इच्छाएं बढ़ गई हैं। वे पल भर में सब कुछ हासिल कर लेना चाहते हैं, पर जब इसमें असफल रहते हैं तो तनाव में चले जाते हैं और फिर आत्महत्या जैसा कदम उठाते हैं। हर किसी को आता है आत्महत्या का विचार
हर इंसान की जिदगी में कभी न कभी यह विचार जरूर आता है कि वह आत्महत्या कर ले, क्योंकि परिस्थितियां उसके खिलाफ हो जाती हैं। याद रखें परिस्थितियों से लड़ने वाला इंसान ही सर्वश्रेष्ठ है। बच्चों पर पढ़ाई और करियर का इतना दबाव न आए कि उन्हें आत्महत्या जैसा क्रूर कदम उठाना पड़े।