श्मशानघाट बना जंग का मैदान, जलती चिता से लकडि़यां उठा एक-दूसरे पर फेंके
श्मशानघाट में विवाहिता के अंतिम संस्कार के दौरान मायका और ससुराल पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
हाथी गेट के बाहर श्मशानघाट में विवाहिता के अंतिम संस्कार के दौरान मायका और ससुराल पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। आरोप है कि दोनों पक्षों ने संजना की जलती चिता से लकड़ियां उठाकर एक-दूसरे को मारना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि इस बीच दो लोग झुलस गए। फिलहाल घटना को लेकर कोई खुलकर बात करने को तैयार नहीं है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि संजना के मायके वाले शव को पोस्टमार्टम से सीधा श्मशानघाट अंतिम संस्कार करने के लिए ले आए थे। संजना के ससुराल वालों का आरोप है कि मायके वाले चुपचाप संजना का संस्कार करने वाले थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में गरमागरमी हो गई। इस बीच श्मशानघाट में अफरातफरी मच गई। मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने दोनों पक्षों को समझाया और संस्कार करवाया।
उधर, डी डिवीजन थाने की पुलिस ने रांझे दी हवेली निवासी नरेश कुमार पर पत्नी संजना को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया है। इंस्पेक्टर जगदीश कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाकर वारिसों के हवाले कर दिया है। नरेश की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।
गोलबाग के पास रहने वाले विशाल भल्ला ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 12 साल पहले बहन संजना की शादी रांझे दी हवेली निवासी नरेश कुमार के साथ की थी। नरेश कपड़े की दुकान पर काम करता है। उनके घर एक 11 साल का लड़का और एक चार महीने का बच्चा है। विशाल ने आरोप लगाया कि उनका बहनोई अकसर शराब के नशे में संजना से मारपीट किया करता था। इस बाबत उनकी बहन ने कई बार मायके आकर उन्हें बताया था। परिवार ने घर तोड़ने से बचाने के लिए कई बार नरेश को समझाया था, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। विशाल ने बताया कि शनिवार रात पुलिस के माध्यम से सूचना मिली थी कि उनकी बहन की मौत हो गई है। बहन के ससुराल जाकर उन्होंने देखा तो वहां संजना की लाश पड़ी हुई थी। उसकी गर्दन पर रस्सी की रगड़ के निशान थे। ऐसा लग रहा था कि किसी ने संजना को रस्सी से लटका दिया हो। शनिवार की रात ही पुलिस ने संजना के शव को कब्जे में ले लिया था।