जिला चुनाव अधिकारी ने किया पिंक बूथों का दौरा, युवा वोटरों से की बात
अमृतसर लोकसभा सीट के लिए आज हुए मतदान के दौरान जिला चुनाव अधिकारी शिव दुलार सिंह ढिल्लों ने पिक बूथों का दौरा किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
अमृतसर लोकसभा सीट के लिए आज हुए मतदान के दौरान जिला चुनाव अधिकारी शिव दुलार सिंह ढिल्लों ने पिक बूथों का दौरा किया। वह पोलिग बूथों के स्टाफ से मिले और उनका अनुभव जाना। उन्होंने युवा वोटरों के साथ बात कर फर्स्ट टाइम वोट का अनुभव भी पूछा।
गौर हो कि चुनाव कमीशन की हिदायतों के बाद जिला प्रशासन ने चुनाव के लिए प्रत्येक विधानसभा हलके में एक-एक पिक बूथ बनाया था। इसमें प्रिजाइडिग अधिकारी और पोलिग स्टाफ के तौर पर महिला कर्मियों को तैनात किया गया था। वहीं इन बूथों की सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला सुरक्षा कर्मियों को सौंपी गई थी। जिला चुनाव अधिकारी ढिल्लों ने शहर के पिक बूथों का दौरा किया और वहां मतदान करवा रही महिला कर्मियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि महिलाएं हर काम को सफलतापूर्वक कर सकती हैं।
वहीं, दूसरी तरफ चुनाव ऑब्जर्वर समीर वर्मा और अतिरिक्त जिला चुनाव अधिकारी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने भी कई पोलिग बूथों पर सुरक्षा का जायजा लिया और युवा वोटरों के साथ-साथ बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों के लिए किए गए प्रबंधों को जांचा। प्रशासन ने इन वोटरों के लिए पानी की व्यवस्था के अलावा बैठने के लिए कुर्सियां और गर्मी से बचाने के लिए शामियाने आदि का प्रबंध कर रखा था। अतिरिक्त जिला चुनाव अधिकारी डॉ. अग्रवाल ने बुजुर्ग वोटरों के साथ बात की और उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
---------------------- पिक बूथ पर स्पेशल स्टाफ को पानी तक नसीब नहीं हुआ
फोटो-86 संवाद सहयोगी, अजनाला
अजनाला में बनाए गए पिक बूथ पर तैनात स्पेशल स्टाफ को सारा दिन पीने के लिए पानी तक नहीं मिला। आलम यह रहा कि स्टाफ को आसपास के घरों से चाय-पानी व भोजन मंगवा कर खाना पड़ा। इससे स्टाफ में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश दिखा।
बता दें कि अजनाला के वार्ड नंबर आठ के सरकारी एलिमेंट्री स्कूल में बूथ नंबर 76 को पिक बूथ घोषित किया गया था। यह तैनात स्टाफ में मौजूद आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन ब्लाक अजनाला की अध्यक्ष सरबजीत कौर ने बताया कि प्रशासन की ओर से उन्हें किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिली। पोलिग बूथ पर खाना तो आया लेकिन सिर्फ पोलिग स्टाफ व राजनीतिक पार्टियों के पोलिग एजेंटों के लिए। बच्चों के लिए उन्हें सिर्फ दो चार खिलौने मिले। कमरे के नाम पर केवल टैंट लगा कर कुछ कुर्सियां लगा दी गई।
वहीं, इस संबंध में डीसी अमृतसर शिव दुलार सिंह ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। दैनिक जागरण के मध्यम से ही उन्हें पता चला है। वह अभी इस संबंध में रिपोर्ट हासिल करते हैं। अगर ऐसा हुआ तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।