'पहला सत्याग्रही' में दिखी महात्मा गांधी के जीवन की झलक
अमृतसर नेशनल स्कूल आफ ड्रामा (एनएसडी) दिल्ली व पंजाब नाटशाला के सहयोग से मंगलवार को राष्ट्रपिता माहत्मा गांधी की 150वीं जयंती को समर्पित नाटक पहला सत्याग्रही का मंचन किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
नेशनल स्कूल आफ ड्रामा (एनएसडी) दिल्ली व पंजाब नाटशाला के सहयोग से मंगलवार को राष्ट्रपिता माहत्मा गांधी की 150वीं जयंती को समर्पित नाटक पहला सत्याग्रही का मंचन किया गया। नाटक रविदरा त्रिपाठी द्वारा लिखित व प्रोफेसर सुरेश शर्मा द्वारा अभिकल्पना के साथ-साथ निर्देशित किया गया। नाटक पहला सत्याग्रही उस मोहनदास करमचंद गांधी की संघर्ष-गाथा है, जिन्हें पूरी दुनिया महात्मा गांधी के नाम से जानती है और यह उनकी सत्याग्रह गाथा भी है। नाटक में दिखाने की कोशिश की गई है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म को 150 वर्ष हो गए हैं। पूरी दुनिया उनके योगदान को याद कर रही है और यह नाटक उनकी स्मृति को नमन भी है। गांधी जी ने कहा था कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है। आखिर कैसा था उनका जीवन, किन बाधाओं और कांटों से भरा था। किन चुनौतियों का उन्हें सामना करना पड़ा। इसकी एक झलक को नेशनल स्कूल आफ ड्रामा ने नाटशाला के सहयोग से मंच पर बाखूबी पेश किया। नाटक के अंत में पंजाब नाटशाला संस्था की तरफ से पेशकारी देने वाले 30 से अधिक कलाकारों को शिरोमणि नाटककार जतिदर बराड़ ने सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया।
नाटक में इन्होंने निभाई भूमिका
नाटक में दीप कुमार, शहनाज खान, राज राय, सम्पा मंडल, सिद्धेश्वर काशीनाथ थ्रोराट, श्रुति मिश्रा, पराग, राहुल कुमार, गोविद यादव, नरेश कुमार, सी भाटिया आदि ने अपनी दमदार भूमिका निभाई।