सिविल अस्पताल के स्टाफ को 12 बजे ही लग जाती है भूख..
सिविल अस्पताल के कुछ स्टाफ सदस्य टी-टाइम व लंच टाइम के नाम पर मरीजों को परेशान कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : सिविल अस्पताल के कुछ स्टाफ सदस्य टी-टाइम व लंच टाइम के नाम पर मरीजों को परेशान कर रहे हैं। बुधवार को अस्पताल में बच्चों को इंजेक्शन लगवाए आए परिजनों केा खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
दरअसल, दोपहर बारह बजे जब लोग अपने-अपने बच्चों को लेकर अस्पताल में पहुंचे तो यहां बैठी महिला कर्मचारी ने कहा कि अभी लंच टाइम है। पंद्रह मिनट इंतजार करें। छोटे-छोटे बच्चों को गोद में उठाकर परिजन कमरे से बाहर खड़े हो गए। इसी बीच आम आदमी पार्टी यूथ विग के प्रधान वेद प्रकाश बबलू भी अपने पुत्र समीर को लेकर कमरे में पहुंचे। स्टाफ ने उन्हें बाहर रुकने को कहा। इस पर बबलू ने कहा कि बाहर तो पंद्रह मिनट से लोग खड़े हैं और कितना वक्त लगेगा। इस पर स्टाफ ने कहा कि वह लंच कर रहे हैं। अब खाना खाना भी गुनाह हो गया क्या? बबलू ने स्टाफ से कहा कि अभी दोपहर के बारह बजे हैं। दो बजते ही आप यहां से उठ जाएंगे। एक मिनट ऊपर होने पर आप मरीज को अस्पताल से जाने को कह देते हैं। बारह बजे कौन-सा लंच टाइम होता है। आप सरकारी कर्मचारी हैं इसका मतलब यह नहीं कि लोगों को परेशान करेंगे। हम अपना कामकाज छोड़कर अस्पताल आए हैं। वह आपकी शिकायत एसएमओ से करेंगे। इस पर स्टाफ ने कहा कि आप चाहे जिसे शिकायत कर दो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। जब उन्होंने स्टाफ की फोटो खींचनी चाही तो फौरन उनके बेटे को इंजेक्शन लगा दिया गया।
सुबह साढ़े नौ बजे से पहले नहीं आता स्टाफ
बबलू के अनुसार उन्होंने दो बार अस्पताल के एसएमओ डॉ. चरणजीत को फोन किया, पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। सिविल अस्पताल में स्टाफ के आने का समय सुबह आठ बजे है, पर ज्यादातर डॉक्टर व सहयोगी स्टाफ साढ़े नौ बजे से पहले कुर्सी पर विराजमान नहीं होते। बेचारे मरीज दूर दूर से अस्पताल में पहुंचते हैं, पर उन्हें डॉक्टर तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वह सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई को इस मामले की शिकायत देंगे।