आखिर... प्रेमी के साथ कहां गई असिस्टेंट प्रोफेसर, पुलिस ने की फाइल बंद!
प्रेमी के साथ जीएनडीयू कैंपस से गई असिस्टेंट प्रोफेसर का अभी तक पता नहीं चल पाया है। उसके प्रेमी ने आत्महत्या कर दी थी, जबकि उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है।
जेएनएन, अमृतसर। 11 सितंबर 2017 को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के कैंपस से अपने प्रेमी जजिंदर सिंह उर्फ गैरी विर्क की कार में सवार होकर गई असिस्टेंट प्रोफेसर पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है। हालांंकि उसके प्रेमी ने कुछ दिन बाद ही पुलिस से बचते हुए महाराष्ट्र के एक गेस्ट हाउस में पहुंचकर फंदा लगा आत्महत्या कर ली थी।
बताया जा रहा है कि पुलिस मामले को सुलझाने के लिए चारों तरफ से एड़ी-चोटी का जोर लगा चुकी है। बावजूद गुत्थी सुलझ नहीं रही। यही नहीं, पुलिस ने ब्यास दरिया के किनारे और आसपास के जंगल में कई दिन तक सर्च चलाई। घटना स्थलों से जुड़े और पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र के कई टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल डाला गया।
जजिंदर की कार बड़ी मुश्किल से महाराष्ट्र के अंबोली जिले से मंगवाई गई और उसकी फोरेंसिक जांच में कुछ साबित नहीं हो पाया। एसीपी विशालजीत सिंह ने बताया कि इस मामले में आज तक कोई सुराग नहीं लगा। फिलहाल फाइल बंद कर दी गई। पुलिस को यह भी नहीं पता कि असिस्टेंट प्रोफेसर है भी या नहीं।
परिवार भी नहीं कर रहा बात
असिस्टेंट प्रोफेसर का परिवार भी मामले को लेकर ज्यादा पुलिस के संपर्क में नहीं रहा। घटनाक्रम जब शुरू हुआ था तभी परिवार के सदस्यों ने पुलिस थानों के चक्कर लगाए थे। जबकि परिवार के सदस्य मीडिया से बचते रहे थे। जैसी ही केस में बेटी के प्रेमी का नाम आना शुरू हुआ तो परिवार ने सारे मामले से कन्नी काटना शुरू कर दिया था।
यह था मामला
असिस्टेंट प्रोफेसर ने 11 सितंबर को आखिरी बार जीएनडीयू में ड्यूटी की थी। इसके बाद वह गायब हो गई। जब मामला सामने आया तो एडीसीपी टू लखबीर सिंह की अगुवाई वाली पुलिस टीम ने असिस्टेंट प्रोफेसर के कैंपस वाले कमरे की तलाशी ली थी। वहां एक नोट मिला था। जिसमें लिखा था कि उसने खरड़ वाले दोस्त जजिंदर से पैसे लेने हैं और वह खरड़ जा रही है। अगर उसे कुछ हुआ तो उसका जिम्मेदार जजिंदर होगा।
इसके बाद असिस्टेंट प्रोफेसर का मोबाइल बंद हो गया था। आरोपित जजिंदर ने प्रेमिका के भाई से दो लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी। बताया गया था कि अगर वह दो लाख रुपये खाते में डाल देगा तो वह उसकी बहन को रिहा कर देगा। यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने जजिंदर के प्रत्येक ठिकाने पर छापेमारी की थी, लेकिन वह फरार हो चुका था।
जांच में सामने आया था कि घटना वाली रात जजिंदर और असिस्टेंट प्रोफेसर ब्यास नदी से पहले रास्ते में एक होटल में रुके थे। हालांकि इस बाबत वहां से सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी मिली थी। लेकिन, असिस्टेंट प्रोफेसर कहीं नहीं मिली। बाद में पुलिस ने जजिंदर का शव महाराष्ट्र के एक गेस्ट हाउस से बरामद किया था। जजिंदर ने वहां आत्महत्या कर ली थी।
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