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साऊदी अरब में फंसे 13 पंजाबी युवक, वापसी की सरकार से लगाई गुहार

कोरोना लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में भारतीय अभी भी विदेशों में फंसे हैं जोकि घर वापसी के लिए लगातार सरकार से गुहार लगा चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 06:17 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 07:42 PM (IST)
साऊदी अरब में फंसे 13 पंजाबी युवक, वापसी की सरकार से लगाई गुहार
साऊदी अरब में फंसे 13 पंजाबी युवक, वापसी की सरकार से लगाई गुहार

हरीश शर्मा, अमृतसर : कोरोना लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में भारतीय अभी भी विदेशों में फंसे हैं, जोकि घर वापसी के लिए लगातार सरकार से गुहार लगा चुके हैं। हालांकि भारत सरकार ने भी मिशन वंदे के तहत फ्लाइट भेज कर विदेशों में फंसे लोगों को वापस लाया जा रहा है। मगर साऊदी अरब में बहुत सारे भारतीय अभी भी फंसे हुए हैं।

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साऊदी अरब में फंसे इन युवाओं का कहना है कि सभी को एक कैंप में रखा गया है। खाने के लिए ठीक खाना भी नहीं मिल दिया जा रहा है। वहां कुल 13 पंजाबी युवक है। जो कि रिफाइनरी में काम करने के लिए गए थे। मगर कोरोना लॉकडाउन के बाद वहीं पर फंस गए और काम न होने के कारण एक कैंप में कैद हैं।

साऊदी अरब से फोन कर अमृतसर के कोट खालसा इलाके के रहने वाले अवतार सिंह ने बताया कि तेल रिफाइनरी में उन्हें काम करने के लिए लाया गया था। छह फरवरी 2020 को वह लोग साऊदी अरब पहुंचे थे। काम करना शुरू भी हो गया था। मार्च महीने में कंपनी ने वेतन दे दिया था। उसके बाद न तो वेतन दिया और न ही ठीक खाना दिया जा रहा है।

उसके साथ अमृतसर व पंजाब के अन्य जिलों से दलबीर सिंह, सुखविंदर सिंह, सतनाम सिंह, हरपाल सिंह, कुलदीप सिंह, रणजीत सिंह, सुखदेव सिंह, प्रगट सिंह, सविंदर सिंह, सुखवंत सिहं, जगरूप सिंह, गुरमीत सिंह और राकेश कुमार हैं। तीन महीने में आज किया एम्बेसी ने संपर्क अवतार सिंह ने बताया कि आज रविवार सुबह उन्हें इंडियन एम्बेसी से फोन आया था और उनका हाल जाना। एम्बेसी अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान सरकार की तरफ से 25 जून को एक फ्लाइट भेजी जानी है। अगर राजस्थान से आए लोग कम हुए तो उन सबका नाम उसी फ्लाइट में डालकर वापस भेज दिया जाएगा। लेकिन अगर फ्लाइट फुल हो गई तो कोई अन्य प्रयास किया जाएगा।


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