पाकिस्तान से रिहा होकर वतन लौटे 100 भारतीय मछुआरे, उपहार भी मिले
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच पाकिस्तान ने 100 भारतीय मछुआरों को रिहा किया है। ये मछुवारे सोमवार को भारत पहुंचे।
जेएनएन, अमृतसर। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद इंडियन एयरफोर्स की पाक के बालाकोट में सर्जिकल एयर स्ट्राइक के बाद बनी तनाव की स्थितियों के बीच पाक जेल से रिहा होकर 100 भारतीय मछुआरे सोमवार को अटारी-वाघा सीमा के रास्ते वतन लौट आए। इस दौरान पाक के सामाजिक संगठन ईधी फाउंडेशन ने रिहा हुए मछुआरों को यात्रा खर्च के अलावा उपहार भी दिए।
रिहाई के बाद भारत पहुंचने पर मछुआरों से बात करने के लिए मीडिया सुबह से ही अटारी बार्डर पहुंच गया था। इन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाने को लेकर पाक रेंजर्स ने कई बार समय बदला और जेसीपी अटारी पर पाक रेंजर्स और BSF की संयुक्त रिट्रीट सेरेमनी के बाद देर सायं करीब 7 बजे पाक रेंजर्स ने इन मछुआरों जीरो लाइन पर BSF के कमांडेंट मुकुंद कुमार झा के हवाले किया। BSF ने मीडिया को काफी दूरी पर ही रोक लिया और इनके जीरो लाइन पार करते ही इन्हें इमीग्रेशन ब्लाक में ले गई, जहां आइबी समेत देश की विभिन्न एजेंसियों ने इनसे पूछताछ शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह प्रयास दोनों देशों के बीच सद्भाव बढ़ाने के लिए उठाया है। पाकिस्तान ने इसी माह चार चरणों में भारत के 360 कैदियों को रिहा करने की घोषणा की है। इनमें 86 मछुआरे गुजरात के हैं। रिहा किए गए मछुआरों को रविवार को रिहाई के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच कराची कंटोनमेंट रेलवे स्टेशन तक लाया गया। जहां से अल्लामा इकबाल एक्सप्रेस से इन्हें लाहौर लाया गया। ये मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए उतरे थे, जहां पाक की जल सीमा में प्रवेश करने पर पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने इन्हें पकड़ लिया था।