अब 15 जून से श्रीनगर में सजेगा दरबार, चार मई से आंशिक रूप से श्रीनगर सचिवालय में होगा कामकाज
राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने की मुहिम के बीच सरकार ने शुक्रवार को दरबार खोलने संबंधी अपना फैसला पलट दिया।
राज्य ब्यूरो, जम्मू । राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने की मुहिम के बीच सरकार ने शुक्रवार को दरबार खोलने संबंधी अपना फैसला पलट दिया। अब जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सरकार का दरबार चार मई की जगह 15 जून से खुलेगा।
श्रीनगर सचिवालय में चार मई से आंशिक रूप से कामकाज शुरू होगा। अब दोनों राजधानियों के सचिवालयों में मौजूद कर्मचारियों के साथ काम चलता रहेगा। इस समय लॉकडाउन के चलते कश्मीर के अधिकतर कर्मचारी अपने घरों में मौजूद हैं। दरबार खोलने संबंधी आदेश जम्मू कश्मीर सरकार के अतिरिक्त सचिव रोहित शर्मा ने जारी किया।
आदेश में स्पष्ट कर दिया गया है कि चार मई को कश्मीर में दरबार को औपचारिक रूप से खोलने से कोरोना वायरस के खिलाफ मुहिम पर असर पड़ेगा। प्रशासनिक सचिवों को निर्देश दिए गए हैं कि वे 21 अप्रैल तक अपने कर्मचारियों की सूची दें, जो जम्मू व श्रीनगर में सचिवालय की गतिविधियों को चलाएंगे।
विभागों के सचिवों को यह भी हिदायत दी गई है कि सचिवालयों में कामकाज में कोई परेशानी न हो। इसके लिए सभी विभागों के वीडियो कांफ्रें¨सग की पूरी व्यवस्था की जाए। दोनों सचिवालयों में संचार के बेहतर साधनों का भी बंदोबस्त किया जाए। कोरोना वायरस के हालात को देखते हुए प्रशासन 15 जून या इससे पहले दरबार खोलने के बारे में फैसला कर सकता है।
सलाहकार ने कोरोना से बचाव व तैयारियों का जायजा लिया
उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने शुक्रवार सुबह पुंछ जिले का दौरा कर डाक बंगला पुंछ में जिला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के हालात का जायजा लिया। उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव की तैयारियों की समीक्षा की और जिले में आवश्यक सेवाओं के काम की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने जिले में चिकित्सा सुविधाओं और लॉकडाउन के दौरान आम लोगों द्वारा दिए गए सहयोग की सराहना की। आगे भी इसी प्रकार के सहयोग की अपील की। बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों को जानकारी दी कि उपराज्यपाल के निर्देश पर वह हर जिले का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
उन्होंने हालात को देखते हुए स्थिति के अनुसार नए आदेशों को जिले में लागू करने के लिए तैयार रहने को कहा है। उन्होंने पुंछ जिले में अब तक किसी भी प्रकार के कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि नहीं होने की सराहना की और इसके लिए जिला प्रशासन व आम नागरिक के तालमेल की सराहना की, साथ ही लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन और पुलिस को मिलकर कार्य करने को कहा। वहीं, उन्होंने सामाजिक संगठनों द्वारा किए कार्यो की जानकारी भी प्राप्त की।