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Citizenship Amendment Act: हिंसक विरोध से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं राज्यपाल जगदीप धनखड़

Citizenship Amendment Act राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी भारतीय के अधिकारों को प्रभावित नहीं करेगा।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 05:28 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 05:32 PM (IST)
Citizenship Amendment Act: हिंसक विरोध से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं राज्यपाल जगदीप धनखड़
Citizenship Amendment Act: हिंसक विरोध से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं राज्यपाल जगदीप धनखड़

कोलकाता, प्रेट्र। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार को विश्वास में लेने के बाद वह नए नागरिकता कानून पर हिंसक विरोध से प्रभावित क्षेत्रों का क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं।

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राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी भारतीय के अधिकारों को प्रभावित नहीं करेगा। मैं हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहूंगा, लेकिन राज्य सरकार को विश्वास में लेने के बाद ऐसा करूंगा।

राज्यपाल ने कहा कि नागरिकता कानून इस देश के किसी भी व्यक्ति की नागरिकता को प्रभावित नहीं करता है।उनके मुताबिक, जो लोग नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं, वे या तो गुमराह हो रहे हैं या अज्ञानता की वजह से ऐसा कर रहे हैं।

बंगाल में पांचवें दिन भी हिंसक प्रदर्शन, फेंके गए बम, डीसीपी समेत तीन पुलिस कर्मी जख्मी

एनआरसी और सीएए के विरोध में बंगाल में मंगलवार को पांचवें दिन भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। इस दिन हावड़ा के सांकराइल का मानिकपुर इलाके रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस को लक्ष्य कर बम फेंके गए, जिसमें हावड़ा सिटी पुलिस के डीसीपी (साउथ) अजीत सिंह समेत तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मानिकपुर इलाके में सीएए और एनआरसी के खिलाफ कुछ लोग सड़क पर लकड़ी जलाकर पथावरोध कर रहे थे। खबर पाकर वहां डीसीपी (साउथ) अजीत सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस को देख आंदोलनकारी पथराव करने लगे। उन्हें काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रदर्शनकारी और उग्र हो उठे। अभी पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश में जुटी ही थी कि पुलिस को लक्ष्य कर फेंके गए बम की चपेट में आकर डीसीपी अजीत सिंह समेत तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। डीसीपी की चोट गंभीर बताई जा रही है। दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने राज्य के कई हिस्सों में ट्रेन व सड़क अवरोध कर परिवहन व्यवस्था को ठप कर दिया। कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

नदिया जिले के तेहट्ट व धुबलिया इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर प्रतिवाद किया। दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में ट्रेन अवरोध किया गया। इससे बारुईपुर-डायमंड हार्बर सेक्शन में ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ा। सियालदह डिवीजन के कृष्णानगर-लालगोला सेक्शन, मालदा डिवीजन के न्यू फरक्का-अजीमगंज सेक्शन और हावड़ा डिवीजन के अहमदपुर-कटवा सेक्शन में भी ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं। पिछले चार दिनों में हुई भारी हिंसा को देखते हुए पुलिस ने राज्यभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। अब तक करीब 354 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।

इधर, हावड़ा, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, मालदा, मुर्शिदाबाद व उत्तर दिनाजपुर जिले के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। इसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उत्तर बंगाल जाने वाली कई ट्रेनों को या तो रद कर दिया गया है या उनके समय में परिवर्तन किया गया है। पिछले दिनों सबसे ज्यादा अशांत रहे मालदा व मुर्शिदाबाद जिले हालांकि अपेक्षाकृत शांत रहे। कोलकाता और विधाननगर पुलिस के अधिकारियों ने विभिन्न समुदायों के लोगों से मुलाकात कर शांति बहाली में सहयोग करने की अपील की।

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