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Bengal: ममता बनर्जी बोलीं, धार्मिक मुद्दे पर नहीं; बीमार अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने की है जरूरत

West Bengal CM Mamata Banerjee. ममता बनर्जी ने कहा कि यह समय फूट डालो राजनीति करने का नहीं है बल्कि आर्थिक मंदी का सामना करने का है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 05:34 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 05:34 PM (IST)
Bengal: ममता बनर्जी बोलीं, धार्मिक मुद्दे पर नहीं; बीमार अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने की है जरूरत
Bengal: ममता बनर्जी बोलीं, धार्मिक मुद्दे पर नहीं; बीमार अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने की है जरूरत

कोलकाता, जागरण संवाददाता। West Bengal CM Mamata Banerjee. भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र की राजग सरकार पर हमला बोलते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री व टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि यह समय फूट डालो, राजनीति करने का नहीं है बल्कि आर्थिक मंदी का सामना करने का है।

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उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी और गरीबी आसमान छू रही है, ऐसे समय में मुझे लगता कि सकारात्मक परिणाम के लिए सबको साथ मिलकर आगे आना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने राज्यपाल का नाम न लिए बगैर कहा कि कहा कि राज्य में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश हो रही है।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर डेंगू को लेकर राजनीति करने का लगाया आरोप

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष पर डेंगू को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। गत मंगलवार को विधानसभा में डेंगू पर बहस के दौरान ममता ने कहा-'विपक्ष ऐसे बर्ताव कर रहा है, जैसे डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा की हम आमद कर रहे हैं। अगर हम सचमें ऐसे मच्छरों की आमद कर पाते तो उन्हें विपक्ष को काटने को कहते ताकि सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाने से पहले वे इससे होने वाली पीड़ा को समझ पाते।' मुख्यमंत्री ने आगे कहा-'राज्य सरकार के प्रयास के कारण ही बीते साल के मुकाबले इस साल डेंगू से मरने वालों की संख्या कम हुई है। अब तक राज्य में डेंगू से 27 लोगों की मौत हुई है जबकि पीडि़तों की संख्या 44,852 है।'

पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा-'34 साल सत्ता में रहने के बावजूद वे लोग राज्य का इतिहास-भूगोल नहीं जानते। जब भी डेंगू पर बहस की बात हुई तो वाममोर्चा और कांग्रेस ने सदन से वाकआउट किया।'

गौरतलब है कि डेंगू को लेकर विधानसभा में संसदीय मामलों के मंत्री पार्थ चटर्जी ने बहस का प्रस्ताव पेश किया था, जिसपर विपक्षी दलों के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया था। उनका कहना था कि राज्य सरकार की उदासीनता की वजह से डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। इस पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और फिर मुख्यमंत्री ने अपना पक्ष रखा।

ममता ने कहा कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने का है। किसी की भी मृत्यु दुखद है। हमें यह समझना होगा कि सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है। बंगाल देश में बीमारी का मुफ्त में इलाज करने वाला राज्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल सरकार ने डेंगू सहित मच्छर वाहित विभिन्न रोगों की रोकथाम के लिए आवंटित राशि को भी 245 करोड़ रूपये से बढ़ाकर 475 करोड़ रुपये कर दिया है। लोगों को घर-घर जाकर जागरूक करने के लिए राज्य सरकार ने 51 हजार लोगों की नियुक्ति की है। इसके साथ ही राज्य के 3,000 चिकित्सक व 4000 नर्स डेंगू से पीड़ित लोगों का इलाज कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में डेंगू का प्रकोप नहीं है। राज्य के सरकारी अस्पतालों में डेंगू के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। कुछ कॉरपोरेट कंपनियां व निजी नर्सिंग होम डेंगू को लेकर लोगों में अफवाह फैला रहे हैं।

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