Rajasthan Municipal Corporation Election 2020: जयपुर, कोटा व जोधपुर नगर निगम चुनाव के लिए मतदान कल
Rajasthan Municipal Corporation Election 2020 पहले चरण में जयपुर हैरिटेज जोधपुर उत्तर व कोटा उत्तर के नगर निगमों के लिए सुबह साढ़े सात बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मतदान होगा। 250 वार्डों के 1503 मतदान केंद्रों पर 16 लाख 45 हजार 547 मतदाता मतदान करेंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Municipal Corporation Election 2020: राजस्थान के तीन बड़े शहरों जयपुर, कोटा व जोधपुर में नगर निगम चुनाव की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू होगी। सरकार ने तीनों शहरों में दो-दो नगर निगम बनाये हैं। पहले चरण में गुरुवार को तीनों शहरों के एक-एक नगर निगम चुनाव के लिए मतदान होगा। दूसरे चरण के तीन नगर निगम चुनाव के लिए एक नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में जयपुर हैरिटेज, जोधपुर उत्तर व कोटा उत्तर के नगर निगमों के लिए सुबह साढ़े सात बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मतदान होगा। 250 वार्डों के 1503 मतदान केंद्रों पर 16 लाख 45 हजार 547 मतदाता मतदान करेंगे। जोधपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की प्रतिष्ठा दांव पर है। दोनों ही नेता जोधपुर शहर के निवासी हैं। शेखावत पिछले एक सप्ताह से चुनाव अभियान में जुटे हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत ने कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभाल रखी है। यहां के चुनाव परिणाम दोनों ही नेताओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। इसी तरह कोटा से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सांसद हैं। कोटा उत्तर नगर निगम के 70 वार्डों में हो रहे चुनाव में अधिकांश बिरला समर्थक मैदान में उतरे हैं। वहीं, कांग्रेस में टिकट वितरण से लेकर प्रचार अभियान तक की पूरी कमान प्रदेश के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के पास है। यहां इन दोनों ही नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। जयपुर हैरिटेज नगर निगम 100 वार्डों के लिए कांग्रेस में चुनाव अभियान की कमान मुख्यमंत्री के विश्वस्त महेश जोशी व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के पास टिकट वितरण से लेकर चुनाव प्रचार तक की कमान रही है। वहीं, भाजपा में प्रदेश सतीश पूनिया ने संगठन के पदाधिकारियों के माध्यम से टिकट तय किए। चुनाव अभियान भी संगठन के हाथ में हैं।
सतीश पूनिया बोले, वाड्रा कांग्रेस से लोगों का मोहभंग हो रहा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रमुख लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। क्योंकि भाजपा पार्टी एक परिवार नहीं बल्कि सभी कार्यकर्ताओं की संयुक्त पार्टी है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पार्टी नहीं रही, सही मायने में अब वाड्रा की कांग्रेस हो गई है। इस कारण लोगों का वाड्रा कांग्रेस से मोहभंग हो रहा है। इससे पहले पूनिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यनारायण सिंघल, चूरू की पूर्व प्रधान संतोष मेघवाल, देवगढ़ नगर पालिका की उपाध्यक्ष रेखा सोनी सहित कांग्रेस के आधा दर्जन पदाधिकारियों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।