बंगाल में पंचायत बोर्ड गठित करने को लेकर हिंसा, एक की मौत
स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इलाके में बड़ी संख्या में रैफ(रैपिड एक्शन फोर्स) के जवानों को उतारना पड़ा।
जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की हिंसा में कई लोग मारे गए थे। मामला हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। अब जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद त्रिस्तरीय पंचायतों में बोर्ड गठित करने की प्रक्रिया शुरू हुई तो हिंसा फिर से शुरू हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई और कई जख्मी हो गए। बमबाजी से लेकर गोलीबारी तक हुई।
शनिवार सुबह उत्तर दिनाजपुर, नदिया, मालदा और बीरभूम जिलों में कहीं तृणमूल की आपसी गुटबाजी तो कहीं निर्दलीय और तृणमूल तो कहीं भाजपा और तृणमूल के बीच हिंसक झड़पों की खबरें आने लगीं। कई जगहों पर विरोधी गुटों के घरों को फूंक दिया गया तो कहीं बमबाजी हुई। घायल लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। पहली घटना नदिया जिले की है। यहां के चापड़ा में पंचायत में बोर्ड गठन को लेकर भाजपा और तृणमूल के बीच व्यापकसंघर्ष की घटना हुई। दोनों ओर से एक-दूसरे पर बमबाजी, लाठी-डंडे और पत्थरों से हमला किया गया।
स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इलाके में बड़ी संख्या में रैफ(रैपिड एक्शन फोर्स) के जवानों को उतारना पड़ा। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग कर स्थिति को नियंत्रित किया। इसी तरह मालदा जिले के पंखुडि़यां इलाके में भी भाजपा व तृणमूल समर्थकों के बीच मारपीट हुई। इस दौरान घरों को भी फूंका गया। उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर में पंचायत बोर्ड गठित करने को लेकर हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। संघर्ष की घटना में 10 लोग घायल हुए हैं जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पंडितपेता-1 नंबर ग्राम पंचायत में सुबह से ही पंचायत बोर्ड गठित करने को लेकर रुक-रुक कर संघर्ष हुआ।
इस दौरान बमबाजी हुई और दोनों ओर से गोलियां भी चलीं। हिंसा में 45 वर्षीय निर्दलीय सदस्य लाल मुहम्मद की मौत हो गई। बीरभूम में विजय जुलूस निकालने पर तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में झड़प हुई। दूसरी ओर, शांतिपूर्ण तरीके से बोर्ड गठित करने की मांग को लेकर भाजपा ने शुक्रवार को हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
---------