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MP Political Crisis: ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर वसुंधरा राजे बोलीं, राजमाता होतीं तो गर्व करतीं

Vasundhara Raje. ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर उनकी बुआ और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि राजमाता होतीं तो गर्व करतीं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 03:50 PM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 05:56 PM (IST)
MP Political Crisis: ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर वसुंधरा राजे बोलीं, राजमाता होतीं तो गर्व करतीं
MP Political Crisis: ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर वसुंधरा राजे बोलीं, राजमाता होतीं तो गर्व करतीं

जयपुर, जेएनएन। Vasundhara Raje. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि हमारे लिए अच्छा है कि अब हम एक ही टीम में हैं। मैं ज्योतिरादितय का भाजपा में स्वागत करती हं।

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गौरतलब है कि वसुंधरा राजे ज्योतिरादित्य सिंधिया की सगी बुआ भी हैं और विरोधी पार्टियों में होने के बावजूद दोनों काफी करीबी रहे हैं। दिसंबर, 2018 में गहलोत सरकार के शपथग्रहण समारोह में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हुए थे और वसुंधरा राजे भी वहां आई थीं। उस समय भी राजे ने बहुत गर्मजोशी के साथ ज्योतिरादित्य का स्वागत किया था।

वसुंधरा राजे ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा कि आज राजमाता विजयाराजे सिंधिया हमारे बीच होतीं तो ज्योतिरादित्य के इस निर्णय पर अवश्य गर्व करतीं। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण किया है और देशहित में यह फैसला लिया है। इस फैसले का मैं व्यक्तिगत और राजनीतिक तौर पर स्वागत करती हूं। राजे ने कहा कि मैं ज्योतिरादित्य के चरित्र और साहस की प्रशंसा करती हूं। हमारे लिए ये अच्छा है कि हम अब एक ही टीम में हैं। मैं भाजपा में ज्योतिरादित्य का स्वागत करती हूं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर भी निशाना साधा।

सिंधिया ने पहले वचन पत्र की याद दिलाने के लिए कमलनाथ सरकार को कई पत्र लिखे। इसके बाद सिंधिया ने ग्वालियर-चंबल अंचल में किसानों के बीच पहुंचकर मोर्चा खोलते हुए कर्ज माफी के लिए कमलनाथ सरकार पर हमला बोला। इसके बाद सिंधिया जनता के बीच जाकर सरकार को कठघरे में ख़़डा करने के साथ चेतावनी देते रहे। अतिथि शिक्षिकों के बीच सिंधिया ने कहा वचन पत्र का एक-एक वचन पूरा नहीं होने पर वह आपके साथ स़़डकों पर उतरने से नहीं चूकेंगें। सरकार के खिलाफ मुखर होने के बाद पिछले सााह सिंधिया नगर प्रवास पर आए। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं। वे मीडिया के सामने तौल- मोल कर बोलते हैं।

20 मंत्रियों ने दिए इस्तीफे

गौरतलब है कि सोमवार रात कमलनाथ कैबिनेट की आपात बैठक में 20 मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंप दिए। मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से मंत्रिमंडल का नए सिरुे से गठन करने का आग्रह किया है। 

भाजपा विधायकों को एकजुट रुखने की चुनौती

उठापटक के बीच भाजपा पर अब अपने विधायकों को एकजुट बनाए रुखने की चुनौती बढ़ गई है। पार्टी के आपदा प्रबंधन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि खासतौर पर कमजोर कड़ियों पर नजर रखी जा रही है। दरअसल, भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने जिस तरह अपनी निष्ठा बदली उसे देखकर पार्टी अब ज्यादा सतर्कता बरत रही है।

बेंगलुरू गए मंत्री व विधायकों में फूट

सूत्रों का कहना है कि बेंगलुरू गए सिंधिया समर्थक मंत्री-विधायकों में भी फूट पड़ गई है। कुछ मंत्री जहां वापस कमलनाथ खेमे में आने के संकेत दे रहे हैं, वहीं विधायकों को मंत्री बनाने की पेशकश पर वो भी कमलनाथ सरकार के संपर्क में आ गए हैं।

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