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UP PF Scam : अखिलेश यादव की मांग-सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जज से कराई जाए जांच, सपा सरकार ने DHFL को नहीं दिया एक भी पैसा

अखिलेश यादव ने पॉवर कारपोरेशन के पीएफ घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट या हाइकोर्ट के सिटिंग जज से कराए जाने की मांग की।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 02:06 PM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 02:32 PM (IST)
UP PF Scam : अखिलेश यादव की मांग-सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जज से कराई जाए जांच, सपा सरकार ने DHFL को नहीं दिया एक भी पैसा
UP PF Scam : अखिलेश यादव की मांग-सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जज से कराई जाए जांच, सपा सरकार ने DHFL को नहीं दिया एक भी पैसा

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में बिजली इंजीनियरों और कर्मचारियों के भविष्य निधि घोटाले पर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर घोटाला करने का गंभीर आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी कार्यालय में अखिलेश यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस महाघोटाला की जांच सुप्रीम कोर्ट या फिर हाईकोर्ट के सिटिंग से जज से कराई जाए। दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जाएगा।

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अखिलेश यादव ने पॉवर कारपोरेशन के पीएफ घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट या हाइकोर्ट के सिटिंग जज से कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जांच होगी तो सच्चाई सामने आएगी। सरकार अपनी सच्चाई छिपा रही है।उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में डीएचएफएल को बिजली विभाग के कर्मचारियों के पीएफ का एक भी पैसा ट्रांसफर नही किया गया। यह सब काम भाजपा सरकार में हुआ और अपना घोटाला छुपाने की खातिर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा दूसरों पर झूठा आरोप लगाकर बेदाग साबित होना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि डीएचएफसीएल को किस दिन पैसा दिया गया है एफआइआर में उसकी डिटेल्स हैं। समाजवादी सरकार मे डीएचएफसीएल को कोई भी फंड नही दिया गया। 

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने तो विपक्ष के डर के कारण रात में ही इस मामले की सीबीआई जांच की संस्तुति की है। इनके पास विपक्ष के सवालों का एक भी जवाब नहीं है। इस बड़े घोटाले के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार जिम्मेदार है। इसकी जिम्मेदारी लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए।अखिलेश ने भाजपा सरकार में आंतरिक विवाद होने का आरोप लगाते कहा कि भाजपा के 300 विधायक योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद पर नहीं देखना चाहते है। सीएम योगी आदित्यनाथ बड़ा घोटाला करने के बाद भी मंत्री श्रीकांत शर्मा को नहीं हटा सकते। सीएम बेहद कमजोर हैं, मंत्री नहीं हटा सकते हैं। अब तो हर पार्टी भाजपा सरकार से सवाल कर रही है। 

अखिलेश यादव ने कहा कि आज ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरे बनाए मेदांता अस्पताल के उदघाटन के पहले इस्तीफा दे दें तो बेहतर है। प्रदेश सरकार घबराई हुई है और इस घोटाले की सच्चाई को छिपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अपनी नाकाम नीतियों के कारण बिजली विभाग को पीछे ले जाने वाली सरकार किसी भी मोर्चे पर सफल नहीं है। अखिलेश यादव ने कहा कि बिजली विभाग जैसा महत्वपूर्ण विभाग है। यहां के कर्मचारियों ने मेहनत करके विभाग को खड़ा किया है। उसमे इतना बड़ा घोटाला हुआ है। अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में बिजली का टैरिफ सबसे अधिक है। लगातार जनता पर बोझ डालने के बाद भी लगातार घोटालों के कारण बिजली विभाग घाटे में हैं। देश में सबसे ज्यादा बिजली का बिल बिजली उत्तर प्रदेश में वसूला जा रहा है। बिजली विभाग के कारनामे पर तो वित्त आयोग ने भी ऊंगली उठाई है। इसी कारण यूपी में बिजली का कोटा नहीं बढ़ा। इस सरकार ने तो कोई नया पावर प्लांट भी नही खोला है। भाजपा ने घोटाला करके बिजली विभाग को बरबाद कर दिया है।सपा सरकार ने सबसे ज्यादा बिजलीघर लगवाए। प्रदेश में बिजली का उत्पादन सबसे ज्यादा बढ़ाया।


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