महाराष्ट्र में नहीं थम रहा बवाल, नितिन गडकरी ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंत्री पद नहीं मिलने पर कई विधायक इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।
मुंबई, प्रेट। महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंत्री पद नहीं मिलने पर कई विधायक इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। कुछ मंत्रियों को बड़ा ओहदा चाहिए, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने महाराष्ट्र सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार खुद अपने बोझ से गिर जाएगी।
स्वाभाविक नहीं है गठबंधन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बीच गठबंधन स्वाभाविक नहीं है और उनकी साझा सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी।
यहां संवाददाताओं से मुखातिब गडकरी ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार से एक मंत्री इस्तीफा दे चुका है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह मंत्री कौन है। गडकरी के मुताबिक तीनों दलों के बीच कोई वैचारिक समानता नहीं है। उन्होंने वैचारिक मतभेदों का एक उदाहरण देते हुए कहा, शिवसेना के बाल ठाकरे मुंबई से अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालना चाहते थे, लेकिन मौजूदा सरकार ऐसा नहीं चाहती।
उद्धव ठाकरे सरकार के पतन की शुरुआत
उधर, अब्दुल सत्तार के इस्तीफे की खबरों पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रहार करते हुए कहा था कि यह उद्धव ठाकरे सरकार के पतन की शुरुआत है। अब्दुल सत्तार के साथ धोखा हुआ था। सरकार में सभी को मलाईदार मंत्रालय चाहिए। शिवसेना ने धोखा देने का काम किया। अब सरकार के पतन की शुरुआत हो चुकी है।'
शिवसेना कांग्रेस के रंग में रंगी
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि शिवसेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी विचारधारा से समझौता किया। कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना सत्ता के लिए एक साथ आए हैं। शिवसेना केवल 'भगवा' होने का दिखावा करती है, लेकिन वास्तव में यह अब कांग्रेस के रंग में रंगी है।'
कांग्रेस विधायक देंगे इस्तीफा
जालना से कांग्रेस के विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा था कि मेरे समर्थकों और मैंने राज्य पार्टी अध्यक्ष को अपना त्याग पत्र सौंपने का फैसला किया है। मुझे तीसरी बार विधायक के रूप में चुना गया और मैं अपने लोगों के लिए काम करता हूं। फिर भी मुझे मंत्री नहीं बनाया गया।
एनसीपी विधायक हुए थे नाराज
मंत्रिमंडल विस्तार में जगह नहीं मिलने पर बीड के माजलगांव से राकांपा के चार बार के विधायक प्रकाश सोलंके ने सोमवार रात अपनी सीट से इस्तीफा देने के साथ ही साथ राजनीति से ही संन्यास लेने की धमकी दे दी थी। हालांकि बाद में वे मान गए। उधर, गठबंधन सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाने वाले शिवसेना सांसद संजय राउत भी दो बार के विधायक अपने भाई सुनील राउत को मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। वह शपथ ग्रहण समारोह में नहीं गए, हालांकि उन्होंने नाराजगी से इन्कार किया।
कांग्रेस विधायक के समर्थकों ने पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़ की
पुणे के भोर से कांग्रेस विधायक संग्राम थोप्टे को मंत्रिमंडल विस्तार में जगह नहीं मिलने पर पिछले सोमवार को समर्थकों ने प्रदर्शन किया था। समर्थक इतने नाराज हो गए कि पुणे स्थित पार्टी के दफ्तर में जमकर उत्पात मचाया और तोड़फोड़ की। हालांकि संग्राम थोप्टे ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।