वसुंधरा सरकार के लिए मुसीबत बने दो आईपीएस अफसर
आए दिन अपने बयानों और हरकतों के कारण चर्चा में रहने वाले इन पुलिस अफसरों से वसुंधरा राजे सरकार परेशान हैं
नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। इन दिनों राजस्थान के दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी काफी चर्चा में है। एक है अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी इन्दु भुषण और दूसरे है पंकज चौधरी। ये दोनों वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार के लिए मुसीबत बने हुए हैं। आए दिन अपने बयानों और हरकतों के कारण चर्चा में रहने वाले इन पुलिस अफसरों से वसुंधरा राजे सरकार परेशान हैं। सितंबर, 2016 में इन्दुभुषण को हैदाराबद राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिंहन के साथ वाद-विवाद करने पर अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम के बीच में से जयपुर भेज दिया गया था।
1989 बैच के आईपीएस अधिकारी इन्दुभुषण लगातार दो साल से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। इंदुभुषण आजकल अपने घर का नाम "हवालात" रखने को लेकर चर्चा में हैं। जयपुर के हनुमान नगर विस्तार में स्थित अपने घर का नाम हवालात रखने का मकसद वे जीवन भर पुलिस की नौकरी को बताते हैं। उनका कहना है कि पेशे के हिसाब से ही अपने घर का नाम रखा है, पहले काफी सोच-विचार किया और फिर यह नाम रखा है। इन्दुभुषण का कहना है कि वे और उनका परिवार हवालात में खुशी से रह रहा है। कॉलोनी के लोगों से उनका मेल-मुलाकात नहीं है।
अक्सर पड़ोसियों के साथ विवाद को लेकर चर्चा में रहने वाले इन्दु भुषण ने साल, 2013 में अपने वाहन चालक और गैनमैन के साथ मारपीट की थी। यह मामला काफी लंबा चला और फिर उन्होंने चालक और गैनमैन के साथ समझौता कर लिया। एक अन्य आईपीएस अधिकारी पंकज चौधरी भी इन्दुभुषण की तरह ही हमेशा विवादों में रहते हैं। कभी मुख्यमंत्री सचिवालय में भ्रष्टाचार को लेकर तो कभी अपने वरिष्ठ अधिकारी राजीव दासोत पर भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर चर्चा में रहने वाले पंकज चौधरी पर उनकी पत्नी ने दूसरी महिला के साथ रहने के आरोप भी लगाए हैं। पंकज चौधरी अब तक पांच आईपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं।