गहलोत सरकार दिसंबर में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां करेगी
अगले माह तक होगी राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियां बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों को सत्ता में भागीदारी मिलेगी
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार दिसंबर माह में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां देकर उपकृत करेगी। राजनीतिक नियुक्तियां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की सहमति के बाद होगी। पांडे ने बताया कि इस माह के अंत तक उन नेताओं की सूची तैयार हो जाएगी, जिन्हें राजनीतिक नियुक्तियां देनी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव में अच्छा काम करने वालों को राजनीतिक नियुक्तियों में महत्व दिया जाएगा।
जनाधार वाले नेताओं को इन नियुक्तियों में स्थान मिलेगा। पायलट ने कहा कि पांच साल विपक्ष में रहते हुए तत्कालीन भाजपा सरकार के खिलाफ संघर्ष करने वालों के साथ ही आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में अच्छा परिणाम देने वालों को राजनीतिक नियुक्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायकों को गहलोत सरकार और पार्टी में भागीदारी दी जाएगी। रविवार को जयपुर में सत्ता और संगठन को सक्रिय करने,स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों, राजनीतिक नियुक्तियों एवं बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायकों को सत्ता एवं संगठन में महत्व देने को लेकर बैठक हुई। बैठक दो दौर में चली।
पहले दौर की बैठक में पांडे,गहलोत और पायलट शामिल हुए। इसके बाद दूसरे दौर की बैठक में इन तीनों नेताओं ने मंत्रियों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक के बाद पांडे ने बताया कि बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायकों राजेंद्र गुढ़ा, जोगेंद्र अवाना, दीपचंद खेरिया, लाखन मीणा, वाजिब अली और संदीप यादव को सत्ता और संगठन में पूर तरह से भागीदारी दी जाएगी। इन विधायकों को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अनुमति मिलने के बाद ही पार्टी में शामिल किया गया है। स्थानीय निकाय चुनाव में इनकी सहमति से टिकट दिए जाएंगे।
केंद्र के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार
बैठक में 5 से 15 नवंबर तक जिला से प्रदेश स्तर तक केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति तय की गई। बैठक में तय किया गया कि 8 से 10 नवंबर तक राज्य सरकार के मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में जाएंगे और 11 नवंबर को जिला स्तर पर रैली होगी। इसके बाद 13 नवंबर को जयपुर में प्रदेश स्तर पर बड़ी रैली आयोजित की जाएगी। इसके बाद दिसंबर माह में दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की रैली होगी। पांडे और गहलोत ने कहा कि 16 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी पिछले पांच साल में बढ़ी है। बेरोजगारी, मंदी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार को घेरेगी। बैठक में स्थानीय निकाय चुनाव में टिकट विधायकों एवं जिला कांग्रेस कमेटियों की सिफारिश पर देने का निर्णय लिया गया। जिला में जाकर लौटे पर्यवेक्षकों की राय को भी प्राथमिकता दी जाएगी। टिकट वितरण का काम सोमवार को हो जाएगा।