CAA Protest in UP : हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में हालात काबू, 164 मुकदमे और 879 गिरफ्तार; 19 पहुंची मौतों की संख्या
CAA protest In UP नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में तीन दिनों से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हो रहीं आगजनी तोड़फोड़ और पुलिस पर फायरिंग की घटनाएं रविवार को थमी रहीं।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुई हिंसात्मक घटनाओं में पुलिस-प्रशासन की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद हालात काफी हद तक काबू हो गए हैं। शासन ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है। इस बीच कानपुर में एक और घायल ने दम तोड़ दिया। अब तक मरने वालों की संख्या 19 हो चुकी है। एहतियातन रविवार को भी कई जिलों में इंटरनेट सेवा बाधित रही। पुलिस ने उपद्रवियों की तलाश की मुहिम और तेज कर दी है। जिलों में नामजद आरोपियों की चुन-चुनकर गिरफ्तारी हो रही है।
सीएए के विरोध में पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हो रहीं आगजनी, तोड़फोड़ और पुलिस पर फायरिंग की घटनाएं रविवार को थम गईं। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इन घटनाओं में कुल 164 मुकदमे दर्ज कर 879 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 5312 लोगों को हिरासत में लेकर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं में 288 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं, जिनमें 61 पुलिस कर्मी फायर आर्म्स से घायल हुए। घटनास्थलों से 647 कारतूस के खोखे, 69 जिंदा कारतूस और 35 अवैध तमंचे बरामद किए गए।
इस बीच रविवार को कानपुर में बवाल के दौरान गोली लगने से घायल युवक रईस की मौत हो गई। यहां मरने वालों की संख्या तीन हो चुकी है। वहां गिरफ्तार किए गए सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी और पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर को शनिवार देर रात जमानत पर छोड़ दिया गया। प्रदेश में हालात बिगड़ने के बाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर भी पैनी निगाहें जमा रखी हैं। शासन के मुताबिक आपत्तिजनक और भ्रामक पोस्ट करने के मामले में 76 मुकदमे दर्ज कर 108 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कुल 15344 पोस्टों को संज्ञान में लेकर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
कंपनी सचिव की परीक्षाएं स्थगित
कानपुर में तनाव को देखते हुए कंपनी सचिव की 23 व 24 दिसंबर को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। यहां सभी स्कूल-कॉलेज सोमवार को भी बंद रहेंगे।
अब स्थिति सामान्य होने की ओर
नागरिक संशोधन अधिनियम के विरोध में हिंसा रविवार को थमती नजर आई। उपद्रवग्रस्त क्षेत्रों में तनाव तो नजर आया लेकिन शांति रही। लखनऊ व आसपास के जिलों में भी रविवार को शांति रही। पुलिस प्रशासन उपद्रव करने वालों के खिलाफ सख्ती बरत रहा है। मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, बागपत में हालात सामान्य रहे। सहारनपुर के देवबंद में कांग्रेस के पूर्व विधायक (अब सपा में) माविया अली ने ईदगाह मैदान में बिना अनुमति महापंचायत कर धरना दिया। यहां पर 313 लोगों ने गिरफ्तारी दी। बागपत में अग्रवाल मंडी टटीरी में फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट अपलोड करने पर पुलिस ने सपा के युवजन सभा के पूर्व नगर अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ निवासी पट्टी मुंडाला कस्बा खेकड़ा को गिरफ्तार कर लिया।
फीरोजाबाद में अफवाहों की वजह से तनाव
अलीगढ़ में इंटरनेट सेवा चालू कर दी गई। एएमयू में छात्राओं का बाबे सैयद पर शाम तक धरना जारी रहा। फीरोजाबाद में शनिवार रात नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई फायरिंग के बाद रविवार को अफवाहें फैलती रहीं। इसके चलते तनाव बना रहा, मगर रविवार सुबह अघोषित बंद के बीच दिन शांति से गुजर गया। आगरा में सोमवार शाम तक बंद इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। सम्भल में हजारों की संख्या में महिलाओं ने सभा की। सीएए को वापस लेने के लिए एसडीएम और सीओ को ज्ञापन सौंपा। रामपुर में बवाल में 118 नामजद में से 50 उपद्रवी गिरफ्तार कर लिए गए। अमरोहा में बवाल करने वालों के फोटो पुलिस ने जगह-जगह चस्पा कर दिए हैं। वाराणसी में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई, हालांकि आजमगढ़ और मऊ में अब भी ठप है।