CAA को लेकर विपक्ष के दुष्प्रचार का जवाब देने आज से फिर मैदान में उतरेगी भाजपा
सीएए के समर्थन में भाजपा के दूसरे चरण के जागरण अभियान के पहले तीन दिन जिला और मंडल स्तर पर बैठकें होंगी। इसके बाद दस फरवरी तक सघन संपर्क किया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर विपक्ष के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) मंगलवार को फिर से मैदान में उतरेगी। दूसरे चरण के जागरण अभियान के पहले तीन दिन जिला और मंडल स्तर पर बैठकें होंगी। इसके बाद दस फरवरी तक सघन संपर्क किया जाएगा। विरोधियों का जवाब देने के साथ नए कानून से लाभान्वित होने वाले वर्ग को सामने लाया जाएगा।
प्रदेश महामंत्री व अभियान प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ला ने बताया कि प्रथम चरण में मिली कामयाबी से विपक्ष की मुहिम ध्वस्त होती जा रही है। दूसरे चरण में सबको जोड़ कर उन क्षेत्रों में सघन संपर्क किया जाएगा जो गत चरण में किन्हीं कारणों से अछूते रह गए थे। 28 जनवरी से मंडल कमेटियों की बैठकें होगी, जिसमें पिछले अभियान की स्थानीय स्तर पर समीक्षा की जाएगी। तीन दिन के अभियान में जिलास्तरीय बैठक भी होगी। इस दौरान अधूरे बूथ व मंडलों का गठन भी पूरा कर लिया जाएगा।
प्रबुद्धजन से संवाद
सभी वर्गों के प्रबुद्ध एवं विशिष्ट जन से संवाद किया जाएगा। अल्पसंख्यक व दलित वर्ग के बीच जाकर उनको साथ में जोड़ने का काम होगा। इस अभियान में सक्रियता के आधार पर जिला कमेटियों में समायोजन पर विचार होगा। एक से 10 फरवरी तक जनता के दरबार में सीएए का सच बताने के लिए भाजपा पूरी ताकत से मैदान में उतरेगी। गांव गली में छोटी बैठक, नुक्कड़ सभा, गोष्ठियां व चाय पर चर्चा जैसे कार्यक्रम भी होंगे। दस फरवरी तक अभियान चलाने के बाद 11 फरवरी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम होंगे।
समर्थकों को लामबंद करने में सफल
सीएए के समर्थन करीब एक माह चलाए गए जनजागरण अभियान में समर्थकों को लामबंद करने में भाजपा सफल रही है। एक लाख से अधिक बूथों व लगभग 45 हजार गांवों में सघन संपर्क के अलावा छह क्षेत्रीय रैलियों की जबरदस्त कामयाबी से नेतृत्व उत्साहित है। भाजपा का दावा है कि सीएए मुद्दे पर भाजपा अपना पक्ष निचले स्तर तक देने में कामयाब रही। 70 से अधिक स्थानों पर पदयात्राएं और छोटी सभाओं में सीधा संवाद किया गया, जिससे विपक्ष द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार का असर खत्म हो गया। विरोधी दलों के नेताओं के हमले की धार भी कुंद पड़ गई।