Jammu Kashmir : केंद्र के हमले का सामना करने के लिए पीपुल्स एलायंस के पास एकजुट रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं : महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लरेशन के टूटने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर के लोगों पर केंद्र के हमले का सामना करने के लिए पीपुल्स एलायंस के पास एकजुट रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : पीडीपी की प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लरेशन के टूटने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर के लोगों पर केंद्र के हमले का सामना करने के लिए पीपुल्स एलायंस के पास एकजुट रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इस तरह के गठबंधन के मजबूत होने में समय लगेगा। महबूबा का यह बयान पीपुल्स एलायंस से पीपुल्स कांफ्रेंस के बाहर होने और उनकी पार्टी के ही कुछ लोगों का नेशनल कांफ्रेंस से संबंध कायम रखने में पुनर्विचार करने का सुझाव देेने के बाद आया है।
पीपुल्स एलायंस पिछले साल अक्टूबर में जिला विकास परिषद के चुनाव के बाद गठित हुआ, जिसमें नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कांफ्रेंस, माकपा, सीपीआई, अवामी नेशनल कांफ्रेंस और जेकेपीएम शामिल थे। महबूबा ने कहा कि यहां तक पीपुल्स एलायंस का संबंध है तो शुरुआती समस्याएं तो आनी ही थी। हमारे पारंपरिक विरोधी हैं। इस तरह के गठबंधन के संगठित होने में समय तो लगेगा ही। जम्मू कश्मीर के लोगों पर केंद्र के हमले को देखते हुए हम एकजुट होकर चले, इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है।
मुजफ्फर हुसैन बेग के पार्टी को छोड़ने का जिक्र करते हुए महबूबा ने कहा कि पार्टी के लिए यह नुकसान था। जम्मू कश्मीर के लिए चुनौतियां वाला समय है और पीडीपी में भी ऐसी चुनौतियां है। इनमें कोई फर्क नहीं है। हम इन चुनौतियों से उभर कर मजबूत बनेंंगे। भाजपा के साथ खराब रिश्तों का जिक्र करते हुए महबूबा ने कहा कि जो भी भाजपा की गलत कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाएगा तो उसे राष्ट्र विरोधी करार दिया जाएगा।
किसानों के जारी आंदोलन और कुछ कार्यकर्ताओं, विद्यार्थियों, पत्रकारों, राजनीतिज्ञों की गिरफ्तारी पर महबूबा ने कहा कि भाजपा के जन विरोधी फैसलों पर बोलने वालों के खिलाफ तो कार्रवाई होगी ही। देश संविधान के तहत नहीं, बल्कि केंद्र की मर्जी पर चल रहा है। वे जनविरोधी कानून बनाकर संविधान और संसद की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ आवाज उठाने पर मुझे राष्ट्र विरोधी और देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन दिया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई पर कोई हैरानी नहीं : मुख्यमंत्री रहते हुए धनराशि का दुरुपयोग करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से तलब किए जाने पर महबूबा ने कहा कि इसमें हैरानी नहीं हुई है। मेरी छवि को धूमल करने के प्रयास किए गए हैं। पासपोर्ट जारी करने पर रोक लगाने के मुद्दे का जिक्र करते हुए महबूबा ने कहा कि मेरी मां के खिलाफ भी पुलिस की जांच रिपोर्ट नकारात्मक दी गई जो सत्तर की आयु के करीब है। ऐसी सरकार से यही उम्मीद थी, जिसने एक 85 साल के सामाजिक कार्यकर्ता स्टैन स्वामी को जेल में डाला हुआ है जो बीमार है।