Action of Priyanka : प्रियंका के फैसलों पर असंतोष का खामियाजा, अनुशासनहीनता में 10 वरिष्ठ कांग्रेसी निष्कासित
उत्तर प्रदेश में पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के फैसलों पर असंतोष जताने वाले दस वरिष्ठ कांग्रेसियों को पार्टी से बाहर कर दिया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा के फैसलों पर असंतोष जताना वरिष्ठ कांग्रेसियों को महंगा पड़ा। हाईकमान के निर्देश पर नोटिस देने के बाद अनुशासन समिति ने ग्यारह में से दस कांग्रेसियों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है।
संगठन में वरिष्ठों से अधिक युवाओं को तरजीह दिए जाने से वरिष्ठ कांग्रेसियों में असंतोष है। इनमें से करीब डेढ़ दर्जन पार्टीजनों ने पिछले दिनों पूर्व सांसद संतोष सिंह के आवास पर बैठक कर अपनी उपेक्षा पर नाराजगी जताई। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर सुझाव देने का निर्णय लिया। इसके बाद प्रियंका वाड्रा के निर्देश पर 21 नवंबर को अनुशासन समिति ने बैठक में शामिल ग्यारह सदस्यों को नोटिस देकर चौबीस घंटे में स्पष्टीकरण मांगा था।
रविवार को अनुशासन समिति ने इनमें से दस वरिष्ठ कांग्रेसियों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया। इनमें सिर्फ पूर्व विधायक हाफिज मोहम्मद उमर पर कार्रवाई नहीं की गई है। आदेश में कहा गया है कि आप लोगों द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्णयों पर अनवरत, अनावश्यक रूप से सार्वजनिक तौर पर बैठक कर विरोध किया जा रहा है। इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। आपका कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है। साथ ही कहा गया है कि अनुशासन समिति के आप लोगों के जवाब से संतुष्ट नहीं है। निकाले गए कांग्रेसियों में पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक शामिल हैं।
पार्टी से निकाले गए दिग्गज
पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी, पूर्व गृह मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र, नेकचंद पांडेय, विनोद चौधरी, युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वयंप्रकाश गोस्वामी, एआइसीसी सदस्य राजेंद्र सिंह सोलंकी और गोरखपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव सिंह।