पिता लालू मेरे लिए भगवान कृष्ण, विष्णु और महादेव के रूप: तेजप्रताप
Tej Pratap Yadav in ranchi. रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू से उनके पुत्र तेजप्रताप ने मुलाकात की। कहा कि पिता लालू प्रसाद मेरे लिए भगवान कृष्ण, विष्णु और महादेव के रूप हैं।
रांची, जेएनएन। रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) के पेइंग वार्ड में इलाजरत पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने मंगलवार शाम तेजप्रताप यादव पहुंचे। उन्होंने लालू का इलाज कर रहे डॉक्टर डीके झा से पिता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। डॉ. डीके झा ने उन्हें बताया कि लालू की स्थिति पहले से बेहतर है। यूरिन में इंफेक्शन की परेशानी थी, उसमें सुधार हुआ है। लालू अब अंदर टहलने भी लगे हैं।
पिता लालू प्रसाद मेरे लिए भगवान कृष्ण, विष्णु और महादेव के रूप हैं। हाथ में भगवद्गीता लिए तेजप्रताप मंगलवार को रिम्स के पेइंग वार्ड में जब लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे तब उन्होंने भावुक होकर कहा, उनके पिता भगवान तुल्य हैं। लालू प्रसाद से मिलकर उनकी सेहत का हाल लेने के बाद तेज बोले, पिता की तबीयत खराब है। कई दिनों से उनसे मिलने के लिए मन व्याकुल था, इसलिए यहां आया।
ढाई घंटे पिता के साथ रहे
तेजप्रताप मंगलवार शाम चार बजे रिम्स पहुंचे और पिता से मुलाकात कर ढाई घंटे बाद साढ़े छह बजे निकल गए। पिता से मुलाकात से पूर्व उन्होंने उनका इलाज कर रहे डॉ. डीके झा से भी मुलाकात की और लालू के स्वास्थ्य की जानकारी ली। डॉ. झा ने उन्हें बताया कि लालू प्रसाद की सेहत में पहले से सुधार है। अब वे थोड़ा-बहुत टहलने भी लगे हैं। लालू से इतनी देर तक क्या बातचीत हुई, इस सवाल पर तेज ने कहा कि उन्होंने पिता को कहा है कि वह अपनी सेहत का ध्यान रखें। तलाक संबंधी सवाल पर उनका जवाब था कि मामला कोर्ट में चल रहा है, उनकी लड़ाई जारी है।
जहानाबाद में तबीयत हुई थी खराब
सोमवार को पटना से निकलने के बाद तेजप्रताप यादव रात में जहानाबाद रुक गये थे। जहानाबाद में तेजप्रताप की तबीयत बिगड़ गयी थी। जहानाबाद में ही उनका इलाज किया गया। ठीक होने के बाद तेजप्रताप यादव मंगलवार सुबह रांची के लिए अपनी गाड़ी से निकले थे।
लालू को डॉक्टरों ने दी है टहलने की सलाह
लालू का इलाज कर रहे डॉ डीके झा ने बताया कि फिलहाल लालू का ब्लडप्रेशर, शुगर कंट्रोल में है। चिंता वाली यही बात है कि लालू क्रॉनिक किडनी की बीमारी से पीडि़त हैं। इस बीमारी में ब्लड प्रेशर, शुगर के साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। पिछले साढ़े तीन महीनों में लालू को चार बार इंफेक्शन हुआ है। वहीं महीने में 10 से 12 दिन एंटीबॉयोटिक देना पड़ता है। लालू को लगातार टहलने के लिए भी सलाह दी गई है, इससे उनके स्वास्थ्य के सुधार में भी फर्क पड़ेगा।
बता दें कि इससे पहले भी तेजप्रताप अपनी पत्नी से विवाद के बाद रिम्स में लालू प्रसाद से मिलने के लिए आए थे। उसके बाद तेजस्वी यादव और बेटियां रागिनी, रोहिणी भी आई थीं। शिवानंद तिवारी ने भी मुलाकात के बाद लालू प्रसाद की देखभाल उचित तरीके से नहीं होने की बात कही थी।
पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने की अर्जी देने के बाद घर-परिवार से दूर रहने वाले तेजप्रताप यादव पटना से सोमवार की शाम लालू प्रसाद से मिलने के लिए रांची रवाना हो गए थे। उन्होंने दावा किया था कि उनके पास जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की रणनीतियों की काट है। लोकसभा चुनाव में वह राजद के पक्ष में माहौल बना सकते हैं।
लालू प्रसाद के अच्छे स्वास्थ्य की खबर सुनकर मिलने पहुंचे पुत्र तेजप्रताप
रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के सुधरते स्वास्थ्य की खबर मिलते ही पारिवारिक स्तर पर भी हलचल दिखने लगी है। सोमवार को अपने पिता के स्वास्थ्य के बारे में अच्छी खबर सुनने के बाद तेजप्रताप भी पटना से सड़क मार्ग से उनसे मिलने के लिए निकल पड़े थे। तेजप्रताप मंगलवार शाम रांची पहुंचे हैं।
रविवार को लालू प्रसाद तबीयत में सुधार के बाद पेइंग वार्ड के बरामदे में चहलकदमी करते दिखे। इससे पूर्व शनिवार को डॉ. डीके झा ने बताया था कि अभी भी लालू प्रसाद की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन स्थिति पहले की तुलना में स्थिर है। अब उन्होंने बातचीत करना और टहलना शुरू कर दिया है। डा. डीके झा का कहना है कि उन्हें क्रोनिक किडनी डिजीज और डायबिटीज है। इसका इलाज किया जा रहा है। कुछ दिन पहले चिकित्सकों ने लालू प्रसाद केयूरिन में इंफेक्शन होने की बात कही थी, जिसके निदान के लिए उन्हें दवाइयां दी जा रही हैं।
इससे पहले भी तेज प्रताप अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से विवाद के बाद रिम्स में लालू प्रसाद से मिलने के लिए आए थे। उसके बाद तेजस्वी यादव और बेटियां रागिनी, रोहिणी आई थीं। शिवानंद तिवारी ने भी मुलाकात के बाद लालू प्रसाद की देखभाल उचित तरीके से नहीं होने की बात कही थी।
ऊटपटांग हरकतों से सुर्खियां बटोर लेते हैं तेजप्रताप
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप ने मीडिया में बने रहने की कला सीख ली है। कभी रैलियों में शंख बजाकर तो कभी शीर्ष नेताओं को चुनौती देकर आए दिन वह सुर्खियां बटोर ही लेते हैं। बांसुरी बजाने, गायों के साथ फोटो खिंचवाने एवं तरह-तरह के कपड़े पहनने से भी उनकी खबरें फ्लैश हो जाती हैं। पटना में लालू के आवास से अलग सरकारी बंगले के लिए प्रयासरत तेजप्रताप यह तो मानते हैं कि उन्हें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना है, लेकिन सामने आने पर बात करने से कतराते हैं। वह दोस्तों के साथ पटना में घूम रहे हैं। बंगले के लिए भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी से बातें कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात-मुलाकात की कोशिश में हैं।
तेजस्वी की गैरमौजूदगी में राजद कार्यालय में लालू प्रसाद की कुर्सी पर बैठकर प्रमुख की तरह फरमान सुना रहे हैं, लेकिन परिवार के सदस्यों से मिलना भी मुनासिब नहीं समझते। समर्थक हैरत में हैं कि आखिर उनकी मंशा क्या है? तेजप्रताप पिछले डेढ़ महीने से पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने के लिए अड़े हैं। कोर्ट में अर्जी दे रखी है। माता-पिता और परिवार की सलाह को भी नजरअंदाज करके तलाक का आधार तैयार कर रहे हैं। मथुरा, वृंदावन, कुरुक्षेत्र और हरिद्वार की परिक्रमा कर रहे हैं। छोटे भाई तेजस्वी यादव से कन्नी काट रहे हैं। तीन दिन पहले पटना में मौसेरे भाई की शादी में दोनों भाइयों का आमना-सामना भी हुआ तो तेजप्रताप ने उत्साह नहीं दिखाया।
लालू की कुर्सी पर पहले भी बैठते रहे हैं
रविवार को तेजप्रताप कोई पहली बार राजद प्रमुख की कुर्सी पर नहीं बैठे।इसके पहले भी वह कई बार ऐसा कर चुके हैं। हालांकि राजद कार्यालय में लालू की कुर्सी के लिए कोई ऐसी बंदिश भी नहीं है। कार्यालय के व्यवस्थापकों के मुताबिक परिवार के सदस्यों के लिए इस कक्ष को खोला जाता है।