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इनेलो में इस्‍तीफों की झ़ड़ी, दुष्यंत व दिग्विजय के निष्कासन पर समर्थक भड़के

ओमप्रकाश चौटाला द्वारा दुष्‍यंत और दिग्विजय चौटाला को इनेलो से निष्‍कासित करने पर उनके समर्थक भड़क गए हैं और इनेलो में इस्‍तीफों की झड़ी लग गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 09:03 AM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 12:45 PM (IST)
इनेलो में इस्‍तीफों की झ़ड़ी, दुष्यंत व दिग्विजय के निष्कासन पर समर्थक भड़के
इनेलो में इस्‍तीफों की झ़ड़ी, दुष्यंत व दिग्विजय के निष्कासन पर समर्थक भड़के

जेएनएन, चंडीगढ़/ सिरसा। इनेलो आैर चौटाला परिवार की जंग निर्णायक माेड़ पर पहुंच गई है। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में चल रही उत्तराधिकार की इस जंग के बीच पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के कदम के बीच दुष्‍यंत चौटाला के समर्थक भड़क गए हैं और इनेलो में इस्‍तीफों की झड़ी लग गई है। समर्थकों का कहना है कि जहां दुष्‍यंत हम वहीं होंगे। आेमप्रकाश चौटाला ने शुक्रवार देर रात ने हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके छोटे भाई दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद देर रात को दुष्यंत सिरसा पहुंचे। वहां समर्थकों के साथ दुष्यंत ने 20 मिनट तक की चर्चा की उन्होंने बताया कि उन्हें निष्कासन की आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

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बता दें कि शनिवार को कार्यकर्ता मीटिंग लेने के लिए सिरसा पहुंचना था, लेकिन बदले घटनाक्रम में वह शुक्रवार रात ही सिरसा पहुंच गए। उधर, सोशल मीडिया पर दुष्यंत समर्थक सक्रिय हो गए। उन्होंने 'अलविदा इनेलो, जहां दुष्यंत-वहां हम' के नारे पोस्ट करने शुरू कर दिए। पूर्व मुख्यमंत्री अोमप्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को बड़े बेटे अजय चौटाला के दोनों बेटों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने और इनेलो संसदीय दल के नेता पद से हटाए जाने की जानकारी अजय चौटाला और उनके परिवार के समर्थक इनेलो कार्यकर्ताओं को मिली तो वे भड़क गए।

दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय सिंह पर 7 अक्टूबर को गोहाना में आयोजित पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय देवीलाल की जयंती उत्सव के दौरान अनुशासनहीनता का आरोप है। इनेलो सुप्रीमो ने अपने निलंबन आदेश में कहा है कि इस मामले में उन्हें किसी भी दूसरे प्रमाण की जरूरत नहीं थी क्योंकि वह खुद उस दौरान मौके पर उपस्थित थे। इसके बावजूद उन्होंने इस पूरे मामले को अनुशासन समिति को सौंपा था। समिति ने दोनों भाइयों पर आरोपों को सही करार दिया।

न अनुशासन समिति ने बुलाया और न सुबूत दिए : दुष्यंत

दादा ओमप्रकाश चौटाला की अपने खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा, मैंने अनुशासन समिति से अनुशासनहीनता के साक्ष्य मांगे थे। इसके बावजूद अनुशासन समिति ने न तो मुझे पक्ष रखने के लिए बुलाया और न ही कोई साक्ष्य उपलब्ध कराए। मैंने अपनी बात इनेलो सुप्रीमो से मिलकर उनके समक्ष रख दी थी। चौटाला साहब के फैसले को मैं अपने पिता डॉ. अजय सिंह चौटाला के पास लेकर जाऊंगा।  वह जो आदेश देंगे, उसी का पालन करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं घबराने वाला, निराश होने वाला या थकने वाला नहीं हूं।

युवा नेताओं ने कहा, अलविदा इनेलो, लगी इस्‍तीफोें की झड़ी

हिसार जिले के इनेलो की युवा इकाई के जिलाध्यक्ष अमित बूरा के साथ-साथ सभी सात हलकों के प्रधानों ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। हिसार के युवा नेता और हिसार विधानसभा क्षेत्र की इनेलो इकाई के अध्यक्ष तरुण जैन ने भी पूरी कार्यकारिणी संग इस्तीफा दे दिया।

झज्जर के इनेलो जिलाध्यक्ष आश्चर्य दलाल, महासचिव संजय और इनसो के प्रदेश महासचिव सचिन दुहन ने भी पद त्याग दिया। डबवाली में भी युवा इनेलो पदाधिकारियों ने दुष्यंत के समर्थन में इस्तीफा दे दिया। इनसो के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने पार्टी छोड़ दी। भिवानी में भी जिला प्रवक्ता राजू मेहरा और बवानीखेड़ा हलकाध्यक्ष जगदीश धनाना ने इस्तीफा दे दिया।

फतेहाबाद से पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सिहाग, युवा इनेलो जिलाध्यक्ष अजय संधू, फतेहाबाद हलका प्रधान अमित नहला, रतिया प्रधान जसपाल संधू, टोहाना हलका अध्यक्ष मनोज धारसूल और फतेहाबाद शहरी अध्यक्ष विकास मेहता ने पार्टी छोडऩे का एलान किया। इसके अलावा देर रात तक प्रदेश के विभिन्न जिलों से दुष्यंत समर्थकों का इस्तीफा देना जारी रहा।


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