सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, प्रवासी श्रमिकों पर भारी पड़ रही सरकार की हठधर्मिता
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार कोरोना संकट काल में मजदूरों की घर पहुंचने की व्याकुलता को भी अपने राजनीतिक स्वार्थसाधन के लिए इस्तेमाल कर रही है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता प्रवासी श्रमिकों पर बहुत भारी पड़ रही है। मदद के लिए जो हाथ बढ़ते हैं उनको भी भाजपा झटक देने का अमानवीय बर्ताव कर रही है। भाजपा सरकार कोरोना संकट काल में मजदूरों की घर पहुंचने की व्याकुलता को भी अपने राजनीतिक स्वार्थसाधन के लिए इस्तेमाल कर रही है।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि यह भाजपा सरकार की नौटंकी नहीं तो क्या है कि वह बहाने पर बहाने बनाकर श्रमिकों के घर पहुंचने में अवरोधक बन रही है। भूखे-प्यासे श्रमिक, महिलाएं, बच्चे भयंकर गर्मी में नारकीय यातना भोग रहे हैं। भाजपा सरकार को स्वयं इस बात का फिटनेस सॢटफिकेट देना चाहिए कि क्या वह इस बदहाली में देश-प्रदेश का शासन-प्रशासन चलाने लायक है? देश-विदेश में भारत की छवि का ढिंढोरा पीटने वाले कहां हैं?
अव्यवस्था के इस दौर में भी भाजपा कमज़ोर लोगों पर अत्याचार करने से नहीं चूक रही है. ग़रीबों-मज़दूरों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है और उन्हें घर तक न पहुँचाने के लिए तरह-तरह के बहाने ढूंढ रही है. अति निंदनीय.
ये भाजपाई राजनीति नहीं षड्यंत्रकारी बाज़नीति है #IndiaStandsWithMigrants pic.twitter.com/ZhyTNwwfH3 — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 20, 2020
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में दिन रात चल रहे श्रमिकों की दुर्दशा की दर्दनाक कहानी सुनकर दिल दहल जाता है। रोज ही वे दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। समझ में नहीं आता कि जब सरकारी, प्राईवेट और स्कूलों की 50 हजार बसें खड़े-खड़े धूल खा रही हैं तो प्रदेश सरकार श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए इन बसों का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है?
अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुनः निर्देश दिया है कि वे भाजपा के लोगों की बदजुबानी पर ध्यान न देकर श्रमिकों, बेहाल गरीबों की आवाज को आवाज देने से न डिगें, न भटकें। सभी समाजवादी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें और जनता को भाजपा के कारनामों से परिचित भी कराते रहे।