Move to Jagran APP

सामना में आलोचना के बाद उद्धव ठाकरे से मिलने प‍हुंचेे सोनू सूद, बाहर निकल कर कही यह बात

फिल्‍म अभिनेता सोनू सूद ने रविवार शाम को मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्‍य ठाकरे से उनके निवास मातोश्री में जाकर मुलाकात की।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 12:34 AM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 12:34 AM (IST)
सामना में आलोचना के बाद उद्धव ठाकरे से मिलने प‍हुंचेे सोनू सूद, बाहर निकल कर कही यह बात
सामना में आलोचना के बाद उद्धव ठाकरे से मिलने प‍हुंचेे सोनू सूद, बाहर निकल कर कही यह बात

मुंबई, एएनआइ। लॉकडाउन में लोगों को उनके घर भेजने में मदद करने वाले फिल्‍म अभिनेता सोनू सूद ने रविवार शाम को मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्‍य ठाकरे से उनके निवास मातोश्री में जाकर मुलाकात की। उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद सोनू सूद ने कहा कि परेशान और जरूरतमंद सभी लोगों की हमें मदद करनी होगी। जब तक अंतिम प्रवासी मजदूर अपने घर नहीं पहुंच जाता, मैं ऐसा करता रहूंगा। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी पार्टियों ने समर्थन दिया है, मैं सबको धन्यवाद कहना चाहता हूं। मुलाकात के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि आखिरकार सोनू सूद को महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री का पता मिल गया। 

loksabha election banner

सामना में बताया भाजपा का प्यादा, कहा- अचानक एक महात्मा तैयार हो गया

ज्ञात हो कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत ने सोनू सूद की आलोचना की। सामना में कहा गया कि वो भाजपा के कहने पर मजदूरों को घर भेजने में जुटे हैं। संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में अचानक एक महात्मा तैयार हो गया है। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में सोनू सूद पीएम नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और यूपी-बिहार में भाजपा के लिए प्रचार करेंगे। 

वहीं दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री और अनिल देशमुख ने कहा कि कई प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजकर सोनू सूद ने काबिले तारीफ काम किया है। अनिल देशमुख ने कहा कि उन्होंने नहीं सुना कि संजय राउत ने इस बारे में क्या कहा है। सोनू सूद या कोई भी व्यक्तिगत ऐसी पहल करता है तो हमलोग उसकी तारीफ करेंगे। 

सोनू सूद की तारीफ होनी चाहिए

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के संजय निरुपम ने कहा कि सोनू सूद की आलोचना नहीं की जानी चाहिए, बल्कि उनके जैसे लोगों की प्रशंसा होनी चाहिए, उनका सम्मान किया जाना चाहिए। निरुपम ने आगे कहा कि आखिर शिवसेना क्यों भड़की हुई है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि शिवसेना इस मामले में खुद फेल रही है। उन्‍होंने कहा कि ढाई महीने तक मजदूर मुंबई में तड़पते रहे। इस दौरान सोनू सूद सामने आए और ऐसे मजदूरों की मदद की। इसलिए सोनू सूद की तारीफ की जानी चाहिए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.