अखिलेश यादव के बाद अब उनके करीबी सोमेश यादव उर्फ फ्रैंक हुजूर का सरकारी बंगला खाली
अखिलेश यादव के बाद उनके बेहद करीबी माने जाने वाले सोमेश यादव उर्फ फ्रैंक हुजूर को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा। लंबे समय से अडंगा लगा रहे फ्रैंक हूजूर को आज बंगला खाली करना ही पड़ा।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद अब उनके बेहद करीबी माने जाने वाले सोमेश यादव उर्फ फ्रैंक हुजूर को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा है। लंबे समय से अडंगा लगा रहे फ्रैंक हूजूर को आज बंगला खाली करना ही पड़ा। लखनऊ की पॉश दिलकुशा कॉलोनी में उनको बतौर सीएम सलाहकार बंगला बी-5 आवंटित किया गया था। जहां पर वह 38 बिल्लियों के साथ रहते थे। तमाम नोटिस के बाद भी जब उन्होंने बंगला खाली नहीं किया तो आज राज्य संपत्ति विभाग फोर्स के साथ वहां पहुंची और बंगला खाली कराया।
राज्य संपत्ति विभाग की टीम ने सरकारी बंगला में अनिधिकृत रूप से रह रहे तथाकथित सामाजिक कार्यकर्ता सोमेश यादव उर्फ फ्रैंक हुजूर का आवास खाली कराया। आज भी सोमेश यादव उर्फ फ्रैंक हुजूर ने राज्य संपत्ति विभाग से एक हफ्ते की मोहलत मांगी। उनकी कोई दलील नहीं सुनी गई। पुलिस फोर्स के साथ राज्य संपत्ति विभाग ने बंगला खाली कराने की कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी और बच्चे बाहर गए हुए हैं इसलिए एक सप्ताह का वक्त दिया जाये।
विशेष सचिव एवं राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने बंगला खाली कराने आदेश जारी करते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को फोर्स मांगने का पत्र भी भेजा था। दिलकुशा कालोनी में टाइप फाइव के बंगला बी-5 को खाली कराने के लिए टीम सीओ कैंट के नेतृत्व में पहुंची। इस आवास परिसर में मौजूद सामान को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में सूची बनाकर कक्ष में रखवाया गया। राज्य संपत्ति विभाग की तरफ से सहायक राज्य संपत्ति अधिकारी, सुधीर कुमार रूंगटा को उत्तर प्रदेश शासन ने प्राधिकृत किया।
सत्यनारायण शुक्ल की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के छह पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दे दिया। पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपना बंगला खाली कर दिया। इसी याचिका का हवाला देकर भी राज्य संपत्ति विभाग फ्रैंक हुजूर से सरकारी आवास खाली नहीं करवा पा रहा था, जो पिछली सरकार में अखिलेश यादव के 'दुलरुआ' माने जाते थे।
राज्य संपति विभाग की तरफ से तीन नोटिस जाने के बाद भी समाजावादी रुझान वाली पत्रिका सोशलिस्ट फैक्टर के संपादक फ्रैंक हुजूर बी-5 दिलकुशा आवास में जबरन डटे रहे।
इसी बीच शासन ने बंगला बी-5 दिलकुशा आवास बाल आयोग की सदस्य प्रीति वर्मा को आवंटित किया। फ्रैंक हुजूर की दबंगई की वजह से सरकार का अंग होते हुए भी अभी तक प्रीति वर्मा को यह बंगला नहीं मिल पाया। सोमेश यादव उर्फ फ्रैंक हुजूर बिहार के रहने वाले हैं और खुद को अखिलेश यादव का रिश्तेदार बताते हैं। पूरा नाम फ्रैंक हुजूर यादव लिखते हैं। बिहार से उत्तर प्रदेश आने के बाद सोमेश यादव फ्रैंक हुजूर बने और इसी नाम से विख्यात हो गए।
फ्रैंक हुजूर अपनी 38 पालतू बिल्लियों के साथ बी-5 दिलकुशा आवास में रह रहे थे। फ्रैंक हुजूर ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बायोग्राफी लिखी है।
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