सिद्दरमैया ने दूसरी सीट से भरा पर्चा, कर्नाटक में नामांकन समाप्त
सिद्दरमैया ने उत्तरी कर्नाटक के बागलकोट जिले में बादामी से अपना पर्चा भरा है।
बेंगलुरु, प्रेट्र। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को दूसरे चुनाव क्षेत्र बादामी से अपना पर्चा दाखिल कराया। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से अंतिम दिन तक राज्य विधानसभा की 224 सीटों के लिए 3925 से ज्यादा पर्चे भरे गए हैं। राज्य चुनाव अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार को 1,730 से ज्यादा प्रत्याशियों ने पर्चा भरा। बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 27 अप्रैल तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे।
सिद्दरमैया ने उत्तरी कर्नाटक के बागलकोट जिले में बादामी से अपना पर्चा भरा है। चुनाव को रोमांचक मोड़ देने के लिए भाजपा ने इस सीट से लोकसभा सदस्य और जनजातीय नेता बी. श्रीरामुलु को मैदान में उतारा है। भाजपा नेता ने भी बादामी से अपना पर्चा भरा है। यह उनका भी दूसरा चुनाव क्षेत्र है। सिद्दरमैया मैसुरु में चामुंडेश्वरी से और श्रीरामुलु चित्रदुर्ग जिले में मोलाकाल्मुरु से नामांकन पहले ही दायर कर चुके हैं।
कई दिनों तक सिद्दरमैया के दूसरे विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव में उतरने को लेकर अनुमानों का बाजार गर्म रहा था। छठी से 12 सदी के बीच शासन करने वाले चालुक्य वंश की राजधानी रह चुके बादामी में मुख्यमंत्री ने बाणशंकरी मंदिर में पूजा की और नामांकन भरने से पहले रोड शो किया। नामांकन भरते समय उनके साथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एसआर पाटिल और विधायक चिम्मनकट्टी एवं अन्य लोग मौजूद थे।
भाजपा की ओर से मैदान में उतरे श्रीरामुलु ने भी नामांकन भरने से पहले चालुक्य वंश की देवी बाणशंकरी की पूजा-अर्चना की। उन्हें खनन बादशाह जी. जनार्दन रेड्डी का करीबी माना जाता है। नामांकन भरते समय राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री प्रत्याशी बीएस येद्दयुरप्पा, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता जगदीश शेट्टार, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पार्टी महासचिव मुरलीधर राव भी मौजूद थे।
आलाकमान तय करेगा कर्नाटक में अगला सीएम : खड़गे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी के जीतने की बहुत अच्छी संभावना है और अगले मुख्यमंत्री के बारे में आलाकमान फैसला करेगा। इस बयान के साथ खड़गे ने संकेत दिया है कि चुनाव के बाद वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्दरमैया स्वाभाविक पसंद नहीं हों। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आई तो पार्टी आलाकमान नवनिर्वाचित विधायकों से सलाह मशविरा कर मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करेगा।