Move to Jagran APP

शिवपाल की शिकायत : समाजवादी पार्टी में विधायक हूं पर विधानमंडल दल की बैठक से बाहर

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें कभी बैठकों में नहीं बुलाया। उनका कहना है कि सांप्रदायिक शक्तियों को धराशायी करने के लिए अब सिर्फ गठबंधन हो सकता है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 05 Oct 2019 04:30 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 04:33 PM (IST)
शिवपाल की शिकायत : समाजवादी पार्टी में विधायक हूं पर विधानमंडल दल की बैठक से बाहर
शिवपाल की शिकायत : समाजवादी पार्टी में विधायक हूं पर विधानमंडल दल की बैठक से बाहर

इटावा, जेएनएन। समाजवादी पार्टी में उपेक्षा से आहत प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन करने वाले अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव इन दिनों काफी आहत हैं। इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव को शिकायत है कि उनको समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक में बुलाया नहीं जाता है।

loksabha election banner

शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का समाजवादी पार्टी में किसी भी कीमत पर विलय करने से इन्कार किया है। उनका कहना है कि अब समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सिर्फ अफवाहें फैला रहे हैं, बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि मैं तो आज भी समाजवादी पार्टी से विधायक हूं, लेकिन समाजवादी पार्टी विधायक दल या पार्टी बैठक में बुलाया नहीं जाता। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें कभी बैठकों में नहीं बुलाया। उनका कहना है कि सांप्रदायिक शक्तियों को धराशायी करने के लिए अब सिर्फ गठबंधन हो सकता है।

समाजवादी पार्टी से सिर्फ झूठे आश्वासन मिले

इटावा में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हम लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी हाईकमान से बात करने के लिए दिल्ली तक गए लेकिन सिर्फ झूठे आश्वासन मिले। राज्यसभा चुनाव में बात होने पर पार्टी को वोट भी दिया उसके बाद बात नहीं हुई। इसके बाद पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा। हमारी पार्टी जनाकांक्षाओं की प्रतीक के रूप में उभरी है और लोग हमें भाजपा का विकल्प मान रहे हैं।

गठबंधन का विकल्प खुला 

शिवपाल ने कहा कि मैंने कई बार समाजवादी पार्टी से समझौते के लिए प्रयास किया, लेकिन समाजवादी पार्टी की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया। हमारी पार्टी का अब भी सपा के साथ गठबंधन का विकल्प खुला रहेगा। हम पार्टी का विलय नहीं करेंगे। सूबे में सांप्रदायिक शक्तियों को धाराशायी करने के लिए सपा और प्रसपा के मध्य मुद्दों के आधार पर चुनावी गठबंधन हो सकता है। शिवपाल ने कहा बार-बार उनके सपा में जाने की अफवाह फैलाई जा रही है। सपा में जाने का कोई सवाल ही नहीं है।

शिवपाल यादव ने कहा कि वो कभी समाजवादी पार्टी का विघटन नहीं चाहते थे, लेकिन पार्टी के भीतर कुछ षड्यंत्रकारियों के कारण ऐसा हुआ। उन्होंने कहा कि अब हमारी पार्टी बन चुकी है। संघर्ष कर रही है। सदस्यता अभियान लगातार चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव जीतना है। पार्टी 2022 में सरकार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी ने उपचुनाव में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.